UP News: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के साथ 'तलाक' के बाद अब सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) के दूसरे गठबंधन में जाने की चर्चा तेज हो गई है. अब इसको लेकर कई तरह की अटकलें चल रही हैं. लेकिन इन अटकलों के बीच उनके बीजेपी (BJP) के साथ गठबंधन करने की बातें भी सामने आ रही हैं. हालांकि इसका संकेत सुभासपा प्रमुख के बीते दिनों में लिए गए कुछ फैसलों से साफ समझ आता है. 


राष्ट्रपति चुनाव के दौरान हुई कुछ घटनाओं ने संकेतों पुख्ता किया है. दरअसल, ये सब अटकलें राष्ट्रपति चुनाव के दौरान शुरू हुई. जब सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार रहीं द्रौपदी मुर्मू के लिए रात्रिभोज का आयोजन किया गया. इस भोज में ओम प्रकाश राजभर भी शामिल हुए थे. बात यहीं खत्म नहीं हुई, भोज में शामिल होने के दो दिन बाद अमित शाह से मिलने दिल्ली तक चले गए. इसके बाद से ही सुभासपा प्रमुख के बीजेपी के करीब जाने की अटकलें तेज हो गई थीं.


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सरकार के इस फैसले से बदले राजभर के सूर
तभी ओपी राजभर ने राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन करने का एलान कर दिया. इसके बाद सपा और अखिलेश यादव पर खुल कर जुबानी हमले किए. वहीं उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव के दौरान सपा विधायकों के क्रॉस वोटिंग करने का बड़ा दावा कर दिया. जब राष्ट्रपति चुनाव खत्म हुआ तो अब बारी बीजेपी की थी. बीजेपी सरकार के ओर से राजभर को वाई केटगरी की सिक्यूरिटी देने का फैसला किया गया. 


जब सुभासपा प्रमुख को ये सिक्यूरिटी मिली तो उन्होंने सीएम योगी का इमानदार और कर्मठ नेता बता दिया. ऐसे में इन बयानों और संकेतों के आधार पर इनके बीजेपी गठबंधन के साथ जाने की चर्चा आम हो गई. हालांकि इस बीच बार-बार ओपी राजभर ने इन खबरों का खंडन किया.


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