UP Eection 2022: महंत नरेंद्र गिरी की मौत पर सुभासपा के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) ने दुख जताया है. साथ ही उन्होंने कहा कि, संत के राज में संत का आत्महत्या करना बहुत दुःखद है. इस मामले की CBI जांच होनी चाहिए. आज AIMIM के अध्यक्ष असद्दुदीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) से होने वाली मुलाकात पर राजभर ने कहा कि, अक्टूबर से संयुक्त कार्यक्रम शुरू किए जाने हैं, जिनकी रूपरेखा पर आज बात होगी. इसके अलावा जल्द ही भागीदारी मोर्चा में सीटों का बंटवारा (Seats Distribution) भी तय हो जाएगा. राजभर ने कहा कि, उनकी सरकार आयी तो 5 साल तक मुफ्त बिजली देंगे.
एक हफ्ते में तय होगा मोर्चे का स्वरूप
हाल ही में ओपी राजभर की आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद और यूपी प्रभारी संजय सिंह से मुलाकात हुई थी. जबकि इससे पहले संजय सिंह के एक बयान को लेकर दोनों के बीच दूरियां बढ़ी थीं. तब संजय सिंह ने कहा था कि, राजभर की सीएम केजरीवाल से कोई बात नहीं हुई. कुछ समय पहले ये बयान और अब फिर से मुलाकात पर राजभर ने कहा कि नेता दो मुहियां सांप होता है. उनका प्रयास है कि, यूपी में मिलकर 403 सीट लड़ेंगे. राजभर ने बताया कि, अब तक 10 दलों को जोड़ा है और चंद्रशेखर, मुकेश सहनी व शिवपाल यादव से भी बात हुई है. एक हफ्ते में सब तय हो जाएगा कि, इस मोर्चे में कौन कौन होगा.
सीटों का झगड़ा नहीं
राजभर ने कहा कि, 27 अक्टूबर को उनकी पार्टी का स्थापना दिवस है, जिसे मऊ में मनाने की तैयारी है. उससे पहले सब फाइनल होगा. जिससे तब बड़ी रैली कर सकेंगे. भागीदारी मोर्चा में सीटों के बंटवारे पर राजभर ने कहा कि, पहले साथियों को संतुष्ट करेंगे. भागीदारी संकल्प मोर्चा में सीटों का झगड़ा नहीं है. सबको बोल दिया है कि अगर एक सीट भी मिली तो रहेंगे. सपा, बसपा, कांग्रेस चाहे तो गठबंधन हो सकता. ऐसे में मोर्चे में जो सीटें मिलेंगी उसी में बांटना होगा.
नौकरियों में महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण
राजभर ने कहा कि, उन्होंने सरकार बनाई तो जातिवादी जनगणना कराएंगे. चुनाव और नौकरियों में 50 फीसदी महिला आरक्षण देंगे. इसके अलावा 5 साल बिजली का बिल माफ होगा, नि:शुल्क शिक्षा के साथ नि:शुल्क इलाज की तैयारी है. उन्होंने कहा कि, सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट को लागू करेंगे. अतीक और मुख्तार को लेकर जिस तरह का सॉफ्ट कार्नर है, उसे लेकर ओपी राजभर ने कहा कि, भाजपा के टिकट पर बृजेश सिंह एमएलसी बनते, धनजय सिंह की पत्नी भाजपा ज्वाइन करती, जिला पंचायत अध्यक्ष बनाया जाता. वो करे तो ठीक, राजभर और ओवैसी करे तो कैरेक्टर ढीला है. उन्होंने कहा कि खुशी दुबे एक साल से जेल में है, क्या कसूर है.
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