CM योगी के निर्देश पर आगरा मॉनिटरिंग के लिए भेजे गए IAS आलोक कुमार , लगातार मीटिंग का दौर जारी;कोविड-19 की जंग को ऐसे हराने की तैयारी
CM योगी के निर्देश पर IAS आलोक कुमार को आगरा मॉनिटरिंग के लिए भेजा गया है। इस दौरान वो लगातार मीटिंग ले रहे हैं। आलोक कुमार का कहना है कि मॉनिटरिंग करके यह साफ किया जा रहा है कि लोगों को कहीं दवाई संबंधित परेशानी तो नहीं हो रही है।
आगरा, नितिन उपाध्याय। उत्तर प्रदेश में कोरोना के बढ़ते आंकड़ों को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर आईएएस अफसर आलोक कुमार को आगरा में मॉनिटरिंग के लिए भेजा गया है। कोरोना वायरस के बढ़ते मामले को लेकर नोडल अधिकारी आलोक कुमार जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग और पुलिस के साथ में लगातार मीटिंग कर रहे हैं। इसी कड़ी में मंगलवार को भी आगरा जिला मुख्यालय में आलोक कुमार ने जिलेभर के सीएमएस, सीएमओ, एडीजी अजय आनंद, प्रशासनिक अधिकारियों के साथ में घंटे भर बैठक कर दिशानिर्देश जारी किए हैं।
आईएएस अफसर आलोक कुमार का कहना है कि मॉनिटरिंग करके यह साफ किया जा रहा है कि लोगों को कहीं दवाई संबंधित परेशानी तो नहीं हो रही है। समय से मेडिकल की शॉप खुल रही हैं या नहीं। इस संबंध में नोडल ऑफिसर दवा व्यवसायी एसोसिएशन के साथ में मीटिंग कर रणनीति अख्तियार करने वाले हैं। वहीं, सैंपलिंग की क्षमता बढ़ाए जाने को लेकर शासन के निर्देश पर लखनऊ में वार्ता भी हो चुकी है जिसके अच्छे संकेत आगरा को मिले हैं। यानी यह साफ है कि अब आगरा में संदिग्ध केस की सैंपलिंग की क्षमता बढ़ाई जानी है।
पुलिस प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के साथ मीटिंग का दौर लगातार जारी है। सैनिटाइजिंग पर जोर दिया जा रहा है, तो वहीं नगर निगम को गली-मोहल्ले और बस्तियों में साफ -सफाई के दिशा निर्देश जारी हुए हैं। लोगों से अपील की जा रही है कि वह लॉकडाउन का पालन करें, जिससे कोरोना को हराया जा सके।
वहीं, आगरा में मरीज की मौत पर जांच भी शुरू हो गई है। प्रमुख सचिव आलोक कुमार ने मामले की जांच शुरू करवाई है। एसएन मेडिकल कॉलेज में स्टाफ के पॉजिटिव होने की भी जांच शुरू हो गई है। प्रमुख सचिव आलोक कुमार ने कलेक्ट्रेट में अधिकारियों के साथ बैठक की, जिसमें कोरोना वायरस से बचाव के लिए तीन मुख्य बिंदुओं पर चर्चा हुई।
आगरा के अलावा लखनऊ में प्रतिदिन 200 सैंपल की जांच होगी। लोगों को दूध, पानी दवाई और इलाज की परेशानी न हो, इसके लिए भी प्रमुख सचिव ने दिशा-निर्देश जारी किए हैं। प्रमुख सचिव के साथ बैठक में अधिकारियों के अलावा चिकित्सक, दवाई विक्रेता, जल संस्थान के अधिकारी और नगर निगम के अधिकारी मौजूद रहे। प्रमुख सचिव ने कहा कि हेल्पलाइन कंट्रोल रूम का रिव्यू किया जाएगा। इलाज के अभाव में किसी की भी मौत नहीं होने दी जाएगी। साथ ही, ये भी तय किया गया है कि आज से प्रतिदिन प्रेस रिलीज जारी की जाएगी।
यह भी पढ़ें:
नोएडा में 8 और मरीजों ने कोरोना को हराया, ठीक होकर डिस्चार्ज हुए लोगों में 2 जमाती भी शामिल