UP Election 2022: सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और आरएलडी अध्यक्ष जयंत चौधरी की मुलाकात पर सियासत तेज हो गयी है. केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर ने इस मुलाकात पर कहा कि कभी सपा अकेले सत्ता में थी 2017 के पहले. इसके बाद 2017 में सत्ता से हटी क्योंकि अपनी विचारधारा पर नहीं टिकी. आरएलडी भी अपनी और चौधरी चरण सिंह की विचारधारा पर नहीं टिकी. इनके गठबंधन से वैचारिक विचारधारा नहीं जुड़ रही.


कौशल किशोर ने कहा कि असल मे ये बीजेपी के अलाइंस की सत्ता छीनना चाहते हैं, लेकिन सत्ता जनता देती है. बीजेपी ने किसान सम्मान निधि, मुफ्त इलाज, मुफ्त राशन, सबको आवास, शौचालय, गरीब की लड़की की मुफ्त शादी, शादी में आर्थिक मदद सब किया. सपा, बसपा में ये सब सुविधाएं नहीं मिली. आरएलडी भी अलाइंस में सत्ता में रही लेकिन ये सुविधाएं नहीं दी. कौशल किशोर ने कहा ये कुछ लोगों का गठबंधन हो सकता लेकिन नीचे वोटर बीजेपी के साथ है. सपा सरकार में 2017 तक 17-18 हज़ार को प्रधानमंत्री आवास मिला. लेकिन बीजेपी की वर्तमान सरकार ने साढ़े चार साल में 42.5 लाख आवास दिए. सपा पर निशाना साधते हुए कौशल किशोर ने कहा कि वो सिर्फ कब्रिस्तान में कबरें बनवाते रहे, बाउंड्री करवाते रहे. वो कहते 403 में 400 सीट उन्हें मिलेगी. उनके अपने लोग उन्हें अपरिपक्व लीडर कहते.


कौशल किशोर ने बसपा सुप्रीमो पर साधा निशाना 


कौशल किशोर ने बसपा सुप्रीमो मायावती पर भी निशाना साधा. कहा मायावती को 4 बार मौका मिला लेकिन उन्होंने अंबेडकर के मिशन पर काम नहीं किया. इसलिए उनके अपनी रैंक के लोगों का विश्वास टूट गया. अंबेडकर जी के मिशन पर बीजेपी काम कर रही. दलित अनुसूचित आज बीजेपी साथ खड़ा है.


ये भी पढ़ें :-


UP Election 2022: प्रियंका गांधी का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला, कहा- आटा भी महंगा, डाटा भी महंगा


UP Election 2022: अखिलेश यादव से मिले आम आदमी पार्टी के संजय सिंह, गठबंधन की संभावना बढ़ी