अयोध्या: एक तरफ जहां अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण की शुरुआत हो रही है तो वहीं दूसरी तरफ उसके निर्माण के लिए धन संग्रह करने का कार्य भी पूरे जोर-शोर से चल रहा है. मौजूदा समय में 150000 टोलियां धन संग्रह का कार्य कर रही हैं. टोलियों के जरिए जो भी धन संग्रह किया जा रहा है उसे 37000 व्यक्ति बैंक में डिपॉजिट कर रहे हैं.


धन संग्रह की सही अनुमान लगा पाना है मुश्किल
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय की मानें तो सही-सही अनुमान लगाना मुश्किल है कि अब तक राम मंदिर निर्माण के लिए कितना धन संग्रह हो चुका है. लेकिन, लगभग 1000 करोड़ रुपए बैंक अकाउंट में आ चुके हैं. जबकि, बहुत से दानदाताओं की तरफ से दान की गई धनराशि अभी तक बैंक अकाउंट में नहीं पहुंची है क्योंकि इसमें समय लग रहा है.


टाटा कंसल्टेंसी से हो चुका है समझौता
वहीं, अगर बात करें श्री राम जन्मभूमि मंदिर की तो जिस भूमि में मंदिर का निर्माण होना है वहां पर लगभग 5 मीटर खुदाई हो चुकी है. साल 1992 में अशोक सिंघल के जरिए आर्किटेक्ट सोमपुरा के साथ एक अनुबंध हुआ था जिसमें अब कुछ सप्लीमेंट्री क्लॉज भी जोड़े गए हैं. राम मंदिर को छोड़कर बाकी हिस्से में जो कंस्ट्रक्शन का काम होना है उसके लिए टाटा कंसल्टेंसी से समझौता हो चुका है.


नोएडा की एक कंपनी से हुआ अनुबंध
राम मंदिर के निर्माण को लेकर वास्तु शास्त्र के हिसाब से कौन सा निर्माण कहां हो और उसकी डिजाइन कैसी हो इसके लिए नोएडा की एक कंपनी से अनुबंध भी हो चुका है. एक बार मंदिर की बुनियाद तैयार हो गई तो आगे निर्माण की सारी तैयारियां पूरी हो गई हैं और उस पर काम भी शुरू हो गया है.


मंदिर निर्माण पर है फोकस
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय का कहना है कि राम मंदिर मिर्माण के लिए कितना धन कलेक्शन हो चुका इसका सही उत्तर संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि एक अनुमान है कि 1000 करोड़ रुपए बैंक अकाउंट में आ चुके होंगे. हम मंदिर निर्माण पर फोकस कर रहे हैं.


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