दोस्तों के लिये बांध पर पिकनिक मनाना पड़ा भारी, गहरे पानी में डूबकर एक की मौत
पिकनिक मनाने आए चार दोस्तों को उस वक्त बड़ा सदमा लगा जब, उनमें से एक दोस्त कुंड के गहरे पानी में चला गया और डूबने से उसकी मौत हो गई.
चंदौली: मिर्ज़ापुर से पिकनिक मनाने आये चार दोस्तों को रोमांच का सफर भारी पड़ गया. रोमांच के चक्कर में एक युवक की जान चली गयी. जबकि तीन युवक बच गए. लतीफशाह बांध पर दोस्तों के साथ नहाते वक्त गहरे कुंड में चले जाने से मिर्जापुर जिला के जमुआ बाजार निवासी अमन मोदनवाल 21 वर्ष की मौत हो गई है. सूचना मिलने पर चकिया कोतवाली से पहुंचे पुलिसकर्मियों ने गोताखोरों की मदद से शव की खोजबीन की लेकिन अंधेरा होने और बारिश होने के कारण रेस्क्यू अभियान रोक दिया गया है.
पिकनिक मनाने लतीफशाह बांध आए थे दोस्त
दरसअल, जिले में शनिवार की रात से हो रही बारिश के चलते पहाड़ी इलाके में बांधो में पानी भर गया है और ओवरफ्लो होकर बांधों के ऊपर से गिर रहा है. जिसको देखने के लिए दूर दूर से लोग आ रहे हैं. चकिया स्थित लतीफशाह बांध के ऊपर से पानी गिरने लगा है. प्रकृति की इस नैसर्गिक छटा को देखने सैलानियों की भारी भीड़ जुट रही है. सुबह से लोगों के आने-जाने का तांता लगा रहा. इसी बीच मिर्जापुर जिला के जमुआ बाजार से चार दोस्त एक साथ पिकनिक मनाने चकिया के लतीफशाह बांध पर आए. इसी बीच बांध के ऊपर से गिर रहे पानी में नहाने का रोमांच जागा और 21 वर्षीय अमन मोदनवाल अपने दोस्तों संग बांध के नीचे कुंड में नहाने के लिए उतरा. इस बीच नहाते वक्त अमन गहरे पानी में चला गया और वह डूब गया.
देर रात तक गोताखोरों ने खोजा शव
पानी से बाहर निकल कर दोस्तों ने घटना की जानकारी बांध के आसपास इकट्ठे लोगों तथा वहां ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों को दी. जिस पर चकिया कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंच गयी. जहां गोताखोरों की मदद से शव को ढूंढने के प्रयास में तत्परता दिखाई गई. मगर घंटों प्रयास के बाद शव को ढूढ़ने में सफलता नहीं मिल पाई है. मामले की जानकारी होते ही अमन के परिजन भी मिर्जापुर से लतीफ सा बांध पहुंचे. परिजनों का रो रो कर बुरा हाल था. घटना की जानकारी मिलते ही अपर पुलिस अधीक्षक नक्सल अनिल कुमार भी मौके पर पहुंचे. देर रात तक खोजबीन जारी रही, लेकिन अमन का शव नहीं मिल पाया. बारिश होने और अंधेरा होने कारण खोजबीन का काम रोक दिया गया.
आये दिन इस तरह की घटना यहां होती हैं और लोग मानने को तैयार नहीं हैं. आखिर कैसे लोगों की बचे जान यह चिंता का सबब बना हुआ है, जबकि जिला प्रशासन मौन है.
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