UP News: केंद्र की मोदी सरकार (Modi Government) ने भारत में एक देश, एक चुनाव (One Nation One Election) को लेकर समिति का गठन किया है. इसको लेकर समिति का गठन होने के साथ ही कानूनी और संवैधानिक बिंदुओं पर विचार विमर्श भी शुरू हो गया है. अयोध्या में इसी को लेकर खूबसूरत तस्वीर सामने आई है. बाबरी मस्जिद के पूर्व पक्षकार इकबाल अंसारी (Iqbal Ansari), श्री राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास (Acharya Satyendra Das) और तपस्वी छावनी के जगदगुरु परमहंस आचार्य (Paramhans Acharya) के एक साथ बैठे. इस दौरान आचार्य सत्येंद्र दास और परमहंस आचार्य ने हाथ जोड़कर वेद पाठों का जाप किया और रामलला से प्रार्थना की तो वहीं इकबाल अंसारी ने अपने धर्म के अनुसार अल्लाह से दुआ मांगी.
इस पर इकबाल अंसारी ने कहा कि सरकार का यह प्रस्ताव है कि इलेक्शन एक होना चाहिए. देश का सिक्का और कानून एक तो इलेक्शन भी एक होना चाहिए. हम साधु-संतों के साथ इसकी मांग कर रहे हैं. आचार्य ने भगवान राम से कहा है और हमने अल्लाह से कहा है कि जो सरकार का प्रस्ताव है, जब एक इलेक्शन होगा और जब एक नियम और कानून होगा तो जनता का भला होगा. जनता का भला होगा तब तो देश हमारा तरक्की करेगा तो इसलिए आज हम लोग साधु-संत के साथ में जो सरकार ने कहा है उस पर अमल करने के लिए बैठे हुए हैं. यह भगवान से प्रार्थना कर रहे हैं और हम अल्लाह से दुआ मांग रहे हैं. यह कानून बने. सरकार नियम कानून बनाए वह देशहित में हो और देश का भला हो. देश के साथ में जनता का भला हो.
इकबाल अंसारी ने और क्या कहा?
इकबाल अंसारी ने कहा कि अयोध्या के साधु संत हैं, धार्मिक नगरी है तो जहां अयोध्या के लोग जिस काम में हाथ डालते हैं, उसको यहां के देवी देवता जरूर सुनते हैं क्योंकि पूरी दुनिया के लोग अगर यहां आते हैं तो उसी आस्था से आते हैं, धर्म की नगरी है इसलिए यहां जो भी हम पूजा पाठ करेंगे, दुआ मांगेंगे वह कबूल होती है. सरकार की मंशा है कि एक देश में एक सिक्का एक कानून और एक चुनाव होना चाहिए. इसी मंशा के लिए हम लोगों ने अपने देवी देवताओं और पैगंबरों से दुआ मांगी है. हमारी दुआ कबूल होगी और सरकार का फैसला लागू होगा. सबको साथ आना चाहिए क्योंकि यह हिंदुस्तान है और देश हित में जो भी कम हो रहा है. उसमें सबको आगे आना चाहिए सब लोग मिलकर करें जिससे सरकार की जो मंशा है वह पूरी हो.
'सरकार को मजबूती से कदम उठाने चाहिए'
वहीं आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि हमारे परमात्मा में परम शक्ति है और जो चाहे वह कर सकते हैं. अपने भक्तों के लिए सब कुछ कर सकते हैं इसलिए जिस प्रकार से एक देश एक कानून एक व्यवस्था हो इसके लिए प्रार्थना किया है कि वह निश्चित है. यदि एक देश एक कानून और एक व्यवस्था हो जाती है यह देश के लिए बहुत कुछ लाभ होगा जो फालतू खर्च होते हैं प्रत्येक प्रांतों के अलग-अलग चुनाव में और केंद्र के चुनाव में वह सब के सब खत्म हो जाएंगे. एक देश एक चुनाव का एक जो माहौल होता है ,हर देश में है हमारे देश को छोड़कर और हमारा देश भी ऐसा हो जाएगा, यह जो होने जा रहा है इसके लिए भगवान राम से प्रार्थना की है कि परमात्मा इनको शक्ति दे कि अपने कार्यों में सफल हो और एक देश एक कानून बन जाए.
सत्येंद्र दास ने आगे कहा कि मकसद केवल एक था देश में एक संविधान और एक चुनाव की जो प्रक्रिया शुरू हुई है वह लागू हो इससे पैसे की बचत होगी और कुछ पैसे का उपयोग देश के विकास में होगा समय की बचत होगी. अलग-अलग प्रदेश में अलग-अलग समय पर आचार संहिता लागू होने से विकास कार्यों में आ रहे व्यवधान दूर होंगे. इसीलिए दोनों पक्षों के लोगों ने अपने-अपने धर्म के अनुसार इसको लागू करने में आ रही विध्न-बाधाओं को दूर करने के लिए प्रार्थना की. सभी ने यह भी कहा कि जाति पार्टी और धर्म से ऊपर उठकर लोगों को इसके लिए आगे आना चाहिए. सरकार को लागू करने के लिए मजबूती से कदम उठाने चाहिए. हालांकि, उनका कहना है कि अयोध्या से की गई दुआ और प्रार्थना हमेशा पूरी होती है इसलिए उनकी ओर से की गई दुआ और प्रार्थना भी पूरी होगी. एक देश एक कानून एक चुनाव अमल में आ जाएगा.
'कौन देश का गद्दार है, यह सब सामने आ जाएगा'
जगतगुरु परमहंस आचार्य ने कहा कि एक देश एक चुनाव और एक देश एक कानून को लेकर पहले अब्दुल कलाम आजाद ने कहा था कि जिस दिन देश में एक चुनाव लागू हो जाएगा उस दिन देश के विकास की रफ्तार बहुत बढ़ जाएगी. चुनाव तो होता ही है लेकिन अलग-अलग समय पर अलग-अलग चुनाव कराने से पैसा भी बर्बाद होता है. अधिकारी, नेता और जनता सभी परेशान होते हैं. धन भी ज्यादा लगता है, जब सारे चुनाव एक साथ कर दिए जाएंगे तो समय की बचत होगी धन की भी बचत होगी और वह धन देश हित में लगेगा जनता के लिए लगेगा इसलिए एक देश से चुनाव एक देश एक कानून को लेकर हम और इकबाल अंसारी कई बार कई तरह के कार्यक्रम कर चुके हैं.
आचार्य ने कहा कि हमारा मानना है कि राष्ट्र हित की जो कार्य है उसमें सत्ता पक्ष हो यह विपक्ष हो सभी को सहमति बनाकर आगे बढ़ना चाहिए. अब समय आ गया है 8 सदस्य कमेटी गठित हो चुकी है, एक देश एक चुनाव के लिए हम लोगों को बहुत खुशी है, इसलिए हमने वेद की ऋचाओं का पाठ किया भगवान से प्रार्थना किया. वहीं इकबाल अंसारी ने अपने मजहब के हिसाब से दुआ मांगी, हम सबसे अपील करते हैं कि यह देश हित का सबसे बड़ा कार्य है. देशवासियों के हित में भी है इसमें सबसे बड़ी बात यह भी है कि इसमें कौन देश के साथ है कौन देश का गद्दार है यह सब सामने आ जाएगा क्योंकि अगर देश हित में कोई कार्य हो रहा है और उसका कोई विरोध कर रहा है तो जनता भी इसको समझेगी.
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