कानपुरः उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में मूसलाधार बारिश का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. कई दिनों से हो रही बारिश ने जहां एक ओर सब जगह जल भराव की समस्या खड़ी कर दी है. वहीं दूसरी ओर कच्चे मकानों को भी अपना शिकार बनाना शुरू कर दिया है. बारिश के चलते कच्चे मकान धराशाही होते नज़र आ रहे हैं. ऐसे में प्रशासन के सामने भीषण बारिश के साथ हो रहे हादसों को लेकर बड़ी समस्या खड़ी हो रही है.
कुछ ऐसा ही नजारा कानपुर देहात में देखने को मिल रहा है. जहां एक के बाद एक कच्चे मकानों का गिरने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. वहीं प्रशासन बारिश के कहर के बीच हो रहे इन हादसों के चलते युद्ध स्तर पर बचाव कार्य करते नजर आ रहा है.
कानपुर देहात में इन दिनों बारिश अपना कहर बरपा रही है. कई दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश से हर ओर पानी ही दिख रहा है. बारिश ने अब कानपुर देहात के कच्चे मकानों को शिकार बनाना शुरू कर दिया है. जिसके चलते कानपुर देहात में शुक्रवार को एक और महिला की मकान गिरने से मलबे में दबने के चलते मौत हो गई. वहीं एक अन्य घटना में महिला और उसका पुत्र कच्चे मकान के गिरने से मलबे में दबने से गंभीर रूप से घायल हो गए. मां और बेटे को गंभीर हालत में जिला अस्पताल रिफर किया गया. जहां उनका उपचार जारी है.
दरअसल कानपुर देहात में शुक्रवार को बारिश के चलते कच्चे मकान गिरने की कई घटनाएं सामने आई. कानपुर देहात के सिकन्दरा तहसील क्षेत्र के उमरपुर गांव में आज कई दिनों से हो रही बारिश के चलते गांव की प्रियंका मलबे में दब गई. सूचना पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से प्रियंका को मकान के मलबे से बाहर निकाला. जिसके बाद उसे उपचार के लिए अस्पताल ले गए. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. वहीं प्रशासन ने मृतक महिला के परिजनों को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने के लिए कार्यवाही तेजी से शुरू कर दी है.
इसके साथ ही कानपुर देहात के भोगनीपुर तहसील क्षेत्र के कैलई गांव में बारिश के चलते एक कच्चा और जर्जर मकान गिर गया. जिसके कारण आवास योजना का लाभ न मिलने के चलते जर्जर मकान में रह रही उमकांती और उसका पुत्र विवेक दब गए. मां और बेटे की चीख पुकार सुनकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे और मां-बेटे को बाहर निकालने का काम शुरू कर दिया. वहीं सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों के साथ मिलकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया. कड़ी मेहनत के बाद मां-बेटे को बाहर निकाला गया और गंभीर रूप से घायल मां-बेटे को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां से उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया.
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