Online Fraud in Lucknow: राजधानी लखनऊ के प्रतिष्ठित ला मार्टिनियर स्कूल में पढ़ने वाली एक छात्रा को जिन्न का खौफ दिखाकर उससे लाखों रुपये ठग लिए गए. छात्रा के परिजनों ने आरोपी मौलवी के खिलाफ केस दर्ज कराया है. ठगी की ये घटना दो महीने पुरानी बताई जा रही है. छात्रा 8वीं कक्षा में पढ़ती है. छात्रा ने बताया कि उसने ऑनलाइन क्लासेज के दौरान इंटरनेट पर साइट सर्च करते हुए एक वेबसाइट का लिंक ओपन किया था. छात्रा का संपर्क एक कथित मौलवी से हुआ जिसने जिन्न का साया बताते हुए उसे बुरी तरह से डरा दिया. इसके बाद साया दूर करने के नाम पर उसने छात्रा से लाखों रुपये ठग लिए. छात्रा के परिजनों ने महानगर कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई है.
इंस्पेक्टर महानगर प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि छात्रा को उसके परिजनों ने ऑनलाइन क्लासेज के लिए एक मोबाइल फोन दिलाया था. छात्रा ऑनलाइन क्लासेज के दौरान इंटरनेट सर्फिंग कर रही थी. तभी छात्रा ने एक लिंक पर क्लिक किया और वेबसाइट पर चली गई. वेबसाइट पर एक व्हाट्सएप नंबर मिला जिस पर छात्रा ने कॉल की. छात्रा से ठग ने खुद को एक मौलवी बताते हुए कहा कि उसके ऊपर जिन्न का साया है जो उसके साथ बहुत बुरा कर रहा है. यह सुनते ही छात्रा बुरी तरह से घबरा गई. ठग ने उसे अपनी बातों के जाल में फंसाते हुए साया दूर करने का भरोसा दिलाया और इसके लिए कुछ रकम खर्च करने के लिए कहा. इसके बाद मौलवी ने अपने एचडीएफसी और आईसीआईसीआई बैंक के 2 खातों में छात्रा से कई बार रुपये जमा कराए. पुलिस सर्विलांस सेल और साइबर सेल की मदद से मामले की जांच कर रही है.
बता दें कि छात्रा के पिता निशातगंज स्थित मेट्रो सिटी अपार्टमेंट में रहते हैं और एक निजी कंपनी में अधिकारी हैं. पुलिस ने बताया कि 3 महीने से माता-पिता बेटी को गुमसुम और परेशान देख रहे थे. उससे वजह पूछते तो वह खामोश हो जाती. बीते सप्ताह छात्रा की मां ने उसे पुचकारते हुए समस्या पूछी तो वह रोने लगी. पूरी कहानी सामने आई तो छात्रा के माता-पिता के होश उड़ गए और उन्होंने पुलिस से संपर्क किया. छात्रा ने बताया कि कथित मौलवी उसे डरा धमका रहा था. रुपये न देने पर उसे और पूरे परिवार की जान को खतरे की चेतावनी दे रहा था.
ठग ने ही बनाया था छात्रा का गूगल पे अकाउंट
छात्रा ने बताया कि व्हाट्सएप पर कॉल करते हुए ठग ने उसके परिवार के बारे में जानकारी ले ली और जिन्न का साया दूर करने के लिए अपने दो अकाउंट में रुपया जमा कराने को कहा. छात्रा ने कहा कि वह ऑनलाइन ट्रांजैक्शन नहीं जानती तो ठग ने खुद ही उसका गूगल पे अकाउंट बनाया और उसकी मां के बैंक अकाउंट को खाते से लिंक कर दिया.
डिलीट करा दिए व्हाट्सएप मैसेज
इंस्पेक्टर ने बताया कि साइबर ठग काफी शातिर किस्म का है. उसने छात्रा से रुपये अपने अकाउंट में ट्रांसफर कराने के बाद व्हाट्सएप पर सारी चैट और मैसेज डिलीट करा दिए हैं. चैट और मैसेज की रिकवरी के लिए छात्रा का मोबाइल फोन लैब भेजा जाएगा.
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