गोरखपुर. गोरखपुर के एक कॉलेज ने ऑनलाइन छात्रसंघ चुनाव प्रक्रिया को सम्‍पन्‍न कराकर कीर्तिमान रच दिया है. गोरक्षपीठ की संस्‍था महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद द्वारा संचालित महाराणा प्रताप स्‍नातकोत्‍तर महाविद्यालय ने ये इतिहास रचा है. वैश्विक महामारी कोरोना के बीच जहां कक्षाओं को संचालित करना ही टेढ़ी खीर साबित हो रहा है, तो वहीं ऑनलाइन क्‍लासेज के बीच शै‍क्षणिक कैलेंडर के आधार पर ही चुनाव भी सम्‍पन्‍न कराया गया.


तैयार की गई डेटा शीट


गोरखपुर के महाराणा प्रताप स्‍नातकोत्‍तर महाविद्यालय जंगल धूसड़ के प्राचार्य डा. प्रदीप राव ने बताया कि शुक्रवार 28 अगस्‍त को हुए ऑनलाइन मतदान और ऑनलाइन मतगणना के बाद परिणाम भी घोषित कर दिए गए. अध्‍यक्ष पद पर सत्य प्रकाश तिवारी अध्यक्ष, उपाध्‍यक्ष पर शशिकला गौड़ और महामंत्री पद पर अभयराज वर्मा ने जीत दर्ज की है. राकेश गुप्ता पुस्तकालय मंत्री चुने गए. कालेज में ऑनलाइन चुनाव प्रक्रिया के लिए बनी डाटा शीट पर जिन 1268 विद्यार्थियों के नाम रहे हैं. उनमें से 693 या यूं कहें 55 फीसदी ने अपने मताधिकार का इस्‍तेमाल किया. चुनाव प्रक्रिया सुबह आठ बजे प्रारंभ हुई. शुरू में मतदान की गति धीमी रही. लेकिन 11 बजे तक 55 फीसद विद्यार्थियों ने अपने मत दिए.



चुनाव अधिकारी डा.विजय कुमार चौधरी ने परिणामों का एलान किया. अध्यक्ष पद के लिए तीन प्रत्याशी मैदान में रहे हैं. सर्वाधिक 398 मत पाकर सत्य प्रकाश तिवारी विजयी रहे. इन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी अरुण शर्मा को 248 मतों से पराजित किया. अरुण को 150 मत मिले. तीसरे स्थान पर रहे राम सकल प्रसाद को 145 मत मिले.


उपाध्यक्ष पद के लिए दो प्रत्याशी रहे हैं. शशिकला गौड़ 389 मत पाकर विजयी रहीं. उन्‍होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी राकेश कुमार को 85 मतों से हराया. राकेश को 304 मत मिले. महामंत्री पद के लिए तीन उम्‍मीदवार मैदान में रहे हैं. इस पद के लिए कड़ा मुकाबला हुआ. अभय राज वर्मा 278 मत पाकर विजयी रहे. उन्‍होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी सुमित सिंह को 30 मतों से पराजित किया. 167 मत पाकर अनुराग सिंह तीसरे स्थान पर रहे. पुस्तकालय मंत्री पद पर सर्वाधिक 452 मत पाकर राकेश गुप्ता विजयी रहे. उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी संदेश सिंह को 211 मतों से हराया. संदेश को कुल 241 मत मिले.


मतदान की प्रक्रिया


मतदान के लिए कॉलेज प्रशासन ने एक डाटा बेस तैयार किया. इसमें पंजीकृत छात्रों के ईमेल पर सुबह आठ बजे लिंक भेजा गया. मतदान के लिए उनके पास तीन घंटे का वक्‍त रहा है. 11 बजे तक 55 फीसद विद्यार्थियों ने अपने पसंद के प्रत्याशियों के पक्ष में मतदान किया. 12 फीसदी मतदाताओं ने तकनीकी कारणों से मतदान न कर पाने को लेकर कॉलेज प्रशासन के पास आपत्ति दर्ज कराई. उन्हें 12 से 2 बजे के बीच दोबारा ऑफलाइन मतदान का मौका दिया गया. लेकिन निर्धारित समय में कोई विद्यार्थी मतदान करने के लिए नहीं आया.


आगे भी ये प्रक्रिया अपनायी जाएगी


डा. प्रदीप राव ने कहा कि यह ऑनलाइन छात्रसंघ चुनाव आगे के लिए नई सम्‍भावनाएं दिखा रहा है. पूरी प्रक्रिया पर मामूली खर्च आया. समय भी बचा. कालेज के लिए यह प्रक्रिया काफी अच्‍छी रही. कालेज प्रशासन अपने शिक्षकों के परिवारों के उन बच्‍चों के प्रति भी आभारी है, जिन्‍होंने इस प्रक्रिया में तकनीकी मदद दी. भविष्‍य में सत्र सामान्‍य होने के बावजूद वे ऑनलाइन ही छात्रसंघ चुनाव कराएंगे. जिससे समय के साथ मैन पावर भी कम लगेगा और सरल तरीके से कम खर्च में इस चुनाव को सम्‍पन्‍न कराया जा सकेगा.


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