मेरठ, बलराम पांडेय: कोरोना काल ने सभी त्योहारो और पर्वो के जश्न को फीका कर दिया है. ऐसे में बुधवार से पितृपक्ष शुरू हो गया है. पितरों के तर्पण और श्राद्ध की पूजा कैसे हो, कैसे पितरों को खुश किया जाए ये जानना लोगों के लिए बेहद जरूरी है. यही वजह है कि मेरठ के कई पुजारी और पंडित ऑनलाइन श्राद्ध और तर्पण मंत्रोच्चारण के साथ करा रहे हैं. उन्हें दक्षिणा भी ऑनलाइन ही मिल रही है.
ऑनलाइन हो रही है पूजा
मेरठ में पंडित और पुजारी पितृपक्ष की पूजा ऑनलाइन करवा रहे हैं जिससे पुजारी और यजमान दोनों कोरोना महामारी से बच सकें. इसके लिए वो अपने यजमानों से पहले ही फोन पर बात कर लेते हैं और उन्हें पूजा की सारी सामग्री लिखवा देते हैं और जब पितृपक्ष की पूजा करनी होती है तो व्हाट्सएप या फेसबुक के जरिए अपने यजमान से ऑनलाइन जुड़ते हैं और उसके बाद मंत्रोच्चारण के साथ विधि विधान से पूजा कराते हैं.
भाव से प्रसन्न होते हैं पितर
पंडित जी का कहना है कि अगर कोई व्यक्ति ये सोचता है कि घर बैठे ऑनलाइन पूजा से पितरों को खुश किया जा सकता है तो उन्हें इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि जिस तरह से ईश्वर आपके भाव और आस्था को देखकर प्रसन्न होते हैं उसी पितर भी मंशा देखकर प्रसन्न होते हैं. पूजा ऑनलाइन हो या खुद घर पर की जाए, बस विधि पूर्वक करें पितर अवश्य प्रसन्न होंगे.
ये है विधि
एबीपी गंगा ने जब पुजारी से घर पर पितरों की पूजा कैसे करें, क्या विधि है तो उन्होंने बताया कि पितृपक्ष में सभी लोग अपने पूर्वजों को तर्पण जरूर अर्पित करें. इसके लिए काला तिल, कच्चा दूध होना चाहिए. स्नान के बाद अपने पितरों को ध्यान कर सूर्य मुख होकर जल अर्पण करें. ये तर्पण प्रतिदिन एक-एक बढ़ता रहेगा.
मिल रही है ऑनलाइन दक्षिणा
हालांकि, पंडित जी से जब ये जानने की कोशिश की गई कि क्या उन्होंने इससे पहले कभी ऑनलाइन पूजा कराई है तो उनका कहना था कि ये जीवन में पहली बार कोरोना काल में हो रहा है और इस बात को यजमान भी समझ रहे हैं. यही वजह है कि वो हमारी दक्षिणा ऑनलाइन के जरिए भेज रहे हैं.
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