Pujari Granthi Samman Yojna: दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी ने राज्य में मंदिर के पुजारियों और गुरुद्वारों में ग्रंथियों के लिए सम्मान योजना का ऐलान किया. इसके बाद इस पर सियासत शुरू हो गई. भारतीय जनता पार्टी ने आम आदमी पार्टी के इस ऐलान को स्टंट बताया है. वहीं कांग्रेस ने भी इसकी आलोचना की है. इस बीच सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और योगी सरकार में मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने इस योजना पर टिप्पणी की है. उन्होंने कहा कि इसकी घोषणा नहीं करनी चाहिए बल्कि दे देना चाहिए.


ओपी राजभर ने पुजारी-ग्रंथी सम्मान योजना पर कहा, 'AAP की सरकार है. उन्हें घोषणा नहीं करनी चाहिए बल्कि सीधा उनके(पुजारी और ग्रंथियों) खाते में रुपए भिजवा देने चाहिए. वे फॉर्म भरवा रहे हैं मगर पता नहीं उनकी सरकार बनेगी या नहीं बनेगी.'


कश्मीरी गेट में मंदिर से हुई शुरुआत
उधर प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को दिल्ली में कश्मीरी गेट आईएसबीटी के पास स्थित मरघट वाले बाबा मंदिर के पुजारी का पंजीकरण करने के साथ ही दिल्ली सरकार की पुजारी ग्रंथी सम्मान योजना की शुरुआत की. फरवरी में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले घोषित इस योजना के तहत, केजरीवाल ने कहा कि अगर आम आदमी पार्टी (आप) दिल्ली की सत्ता में दोबारा लौटती है तो सभी हिंदू मंदिर के पुजारियों और गुरुद्वारों के ग्रंथियों को 18,000 रुपये का मासिक मानदेय दिया जाएगा. उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘आज मैं मरघट बाबा के मंदिर (आईएसबीटी) में गया और पुजारी-ग्रंथी सम्मान योजना आरंभ की. आज यहां महंत जी का जन्मदिन है. मैंने उनके साथ उनका जन्मदिन भी मनाया.’’


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इससे पहले सोमवार को केजरीवाल ने कहा था, 'पुजारी और ग्रंथी हमारे समाज का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, लेकिन उनकी अक्सर उपेक्षा की जाती है. देश में पहली बार, हम उन्हें समर्थन देने के लिए एक योजना शुरू कर रहे हैं, जिसके तहत उन्हें 18,000 रुपये का मासिक भत्ता दिया जाएगा.'