UP Politics: 'मायावती नहीं लेंगी साथ, लौटकर जाएंगे BJP', ओपी राजभर को लेकर सपा नेता नवाब इकबाल का बड़ा दावा
सपा विधायक नवाब इकबाल महमूद ने कहा कि ओपी राजभर को गठबंधन से अलग होने के बाद पता चलेगा कि वह कितने बड़े नेता है. उन्होंने दावा किया कि राजभर, मुख्तार अंसारी के सहयोग से विधायक बने हैं.
UP News: पूर्व मंत्री और समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के संभल (Sambhal) से विधायक नवाब इकबाल महमूद (Nawab Iqbal Mehmood) ने गठबंधन से ओमप्रकाश राजभर (OP Rajbhar) के अलग होने पर अपनी प्रतिक्रिया दी. नवाब इकबाल ने कहा कि राजभर चाहते थे कि उनके बेटे को एमएलसी बना दिया जाए. उन्होंने बेटे के उतावलेपन में यह फैसला लिया है.
मुख्तार अंसारी की पैरोकारी के बल पर बनते हैं विधायक - नवाब
नवाब इकबाल ने कहा, 'ओमप्रकाश राजभर चाहते थे कि उनके बेटे को एमएलसी बना दिया जाए. ऐसे कैसे उनके बेटे को एमएलसी बना देते. उन्होंने अपने बेटे के उतावलेपन में यह फैसला लिया है. समाजवादी पार्टी एक बड़ी पार्टी है जब जहां जिसकी जरूरत होती है उसका इस्तेमाल करती है. अब उन्हें पता चल जाएगा वह कितने बड़े नेता है.' नवाब इकबाल यहां तक बोल गए कि राजभर माफिया मुख्तार अंसारी की पैरोकारी के बल पर विधायक बनते हैं. उनका अपना कुछ नहीं है. उन्होंने कहा, 'अगर मुख्तार अंसारी के परिवार का सहयोग उनको न मिले तो वह विधायक नहीं बन सकते. '
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लौटकर बीजेपी के पास ही जाएंगे राजभर -नवाब
राजभर के बसपा से हाथ मिलाने की संभावनाओं पर नवाब इकबाल ने कहा, 'मुझे नहीं लगता है कि मायावती उन्हें साथ लेंगी. उन्हें लौटकर फिर बीजेपी में ही जाना है. अमित शाह जी से लगातार उनकी बात हो रही है. वह धोखा देते हैं. इनके पास कुछ नहीं है. वह बुझे हुए कोयले हैं लंबी-लंबी बातें करते हैं. समाजवादी पार्टी आज भी उत्तर प्रदेश में नंबर वन पार्टी है. बीजेपी मुस्लिम मतदाताओं का बंटवारा करके फायदा उठाना चाहती है. वहीं, सपा नेता आजम खान द्वारा सरकार से ज़ेड केटेगरी की सुरक्षा मांगे जाने पर नवाब इकबाल ने कहा कि वह बड़े नेता हैं अगर उनकी जान को खतरा है तो सरकार को तुरंत सुरक्षा मुहैया करानी चाहिए.
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