लखनऊ, संतोष कुमार शर्मा: अतीक अहमद और मुख्तार अंसारी जैसे माफियाओं पर उत्तर प्रदेश सरकार की कार्रवाई का दौर जारी है. गुरुवार को प्रयागराज में अतीक अहमद की संपत्तियों को पुलिस ने कुर्क किया. अब मुख्तार अंसारी के बेटों के नाम पर अवैध संपत्ति- दो मंजिला टावर लखनऊ विकास प्राधिकरण ने गिरा दिए हैं. प्राधिकरण ने करोड़ों की कीमती जमीन कब्जे में ले ली.


लखनऊ में कार्रवाई का दौर शुरू
मऊ और गाजीपुर के बाद मुख्तार अंसारी की काली कमाई पर शिकंजा करते हुए अब लखनऊ में कार्रवाई का दौर शुरू हुआ है. अब तक मुख्तार अंसारी की 70 करोड़ की संपत्ति का ध्वस्तीकरण किया जा चुका है और 40 करोड़ से अधिक की कमाई पर प्रशासन ने ताला लगा दिया है. मऊ से लेकर लखनऊ तक मुख्तार अंसारी पर चल रहे ऑपरेशन मुख्तार के तहत कार्रवाई की जा रही है.


ध्वस्त की गई बिल्डिंग
राजधानी लखनऊ के सबसे पॉश और कीमती इलाके हजरतगंज के डाली बाग में स्थित करोड़ों की कीमती जमीन पर गिराR गई दो मंजिला इमारतें मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी और उमर अंसारी के नाम पर दर्ज हैं. गुरुवार को लखनऊ विकास प्राधिकरण की टीम 20 जेसीबी और 250 से अधिक पुलिसकर्मियों और पीएसी के साथ मौके पर पहुंची और दोनों बिल्डिंग गिरा दी गईं.


वसूला जाएगा खर्चा
लखनऊ विकास प्राधिकरण की इस जमीन पर बने अवैध निर्माण को गिराने में जो खर्च आया उसको भी अब्बास अंसारी और उमर अंसारी से वसूला जाएगा. साथ ही एफआईआर दर्ज कर उन अफसरों पर भी कार्रवाई करने के निर्देश दे दिए गए हैं जिनके कार्यकाल में इस सरकारी जमीन पर न सिर्फ कब्जा हुआ बल्कि निर्माण तक करा दिया गया.


पहले मां के नाम दर्ज हुई संपत्ति
मौके पर पहुंची लखनऊ विकास प्राधिकरण के अफसरों की टीम की मानें तो प्राधिकरण के दस्तावेजों में दर्ज गाटा संख्या 93 का यह हिस्सा निष्क्रांत संपत्ति है. जिसको 20 साल पहले दस्तावेजों में हेराफेरी कर पहले मुख्तार अंसारी की मां राबिया के नाम दर्ज कराया गया और फिर मुख्तार के दोनों बेटे अब्बास अंसारी और उमर अंसारी इस सरकारी संपत्ति के मालिक बन बैठे.


20 साल पहले हुई शुरुआत
करोड़ों की संपत्ति पर कब्जे की शुरुआत करीब 20 साल पहले टीएस कालरा नाम के बिल्डर ने की थी. टीएस कालरा के पिता निष्क्रांत संपत्ति दस्तावेज विभाग में बाबू थे. लिहाजा, कालरा को इस जमीन के टुकड़े की दस्तावेजी जानकारी थी. जिसका फायदा उठाते हुए कालरा ने पहले दस्तावेजों में हेराफेरी कर इस जमीन को पहले अपने करीबी के नाम दर्ज करवाया, फिर मुख्तार अंसारी की मां राबिया बेगम के नाम करवाया और हाल ही में गाटा संख्या 93 का यह टुकड़ा मुख्तार के बेटे अब्बास अंसारी और उमर अंसारी के नाम दर्ज हो गया.


अवैध कब्जा और अवैध निर्माण सामने आया
मऊ और गाजीपुर में हुई कार्रवाई के दौरान ही पांच माहीने पहले लखनऊ विकास प्राधिकरण को डाली बाग में स्थित अंसारी बंधुओं के मकान की जानकारी हुई. एडीए ने दस्तावेज खंगाले तो गाटा संख्या 93 के इस टुकड़े पर अवैध कब्जा और अवैध निर्माण सामने आया. एलडीए की संयुक्त सचिव ऋतु सुहास ने बीते 11 अगस्त को ही ध्वस्तीकरण के आदेश दिए थे. उससे पहले अब्बास और उमर अंसारी से दस्तावेजों के साथ जवाब-तलब भी किया लेकिन कोई जवाब न मिलने के बाद गुरुवार को अवैध निर्माण गिरा दिया गया.


गड़ गई है एलडीए की निगाह
एलडीएफ अब गाटा संख्या 93 के पूरे भूभाग पर बने मकानों के दस्तावेज खंगाल रहा है. बता दें कि इसी गाटा संख्या पर अफजाल अंसारी का 3 मंजिला मकान बना है, एक कोठी बनी है और साथ ही ग्रैंडियर अपार्टमेंट तक बनाकर लोगों को बेचे गए. जिन पर अब एलडीए की निगाह गड़ गई है.



मुख्तार के खिलाफ की गई कार्रवाई


बीते एक साल में मुख्तार अंसारी की मऊ, गाजीपुर और अब लखनऊ में 70 करोड़ की अवैध संपत्ति को ध्वस्त किया गया है.
41 करोड़ की आय वाले अवैध धंधों पर ताला लगा दिया गया.
मुख्तार अंसारी के गैंग में शामिल 96 गुर्गे गिरफ्तार कर जेल भेजे गए.
मुख्तार गैंग के 75 अपराधियों पर गैंगस्टर लगाया गया.
12 पर गुंडा एक्ट लगाया गया.
मुख्तार अंसारी और उसको गैंग को दिए गए 75 शस्त्र लाइसेंस निरस्त कराए गए.
अवैध बूचड़खाना के धंधे में 26 लोग गिरफ्तार कर जेल भेजे गए, 8 पर गैंगस्टर लगा, 2.5 करोड़ की आय बंद हुई.
अवैध पार्किंग और ठेकों से हो रही 4.5 करोड़ की वसूली बंद हुई., 13 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया
मछली के अवैध कारोबार में चंदौली, जौनपुर और वाराणसी में 8 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया.
मछली के कारोबार से मुख्तार को 38 करोड़ की सालाना आया हो रही थी.
गाजीपुर में 27.5 करोड़ की कीमत वाली 50 बीघा जमीन खाली कराई गई.
3 हॉट मिक्स प्लांट जब्त कर करोड़ों की मशीनरी जबे जब्त की गई.
मुख्तार अंसारी के शूटरों की बात करें तो हाल ही में लखनऊ पुलिस ने कृष्णानंद राय हत्याकांड में शामिल राकेश पांडेय को लखनऊ में मार गिराया.
मुख्तार अंसारी की जमीनों पर कब्जे का पूरा सिंडिकेट चला रहा 50000 का इनामी बृजेश सोनकर मऊ से गिरफ्तार किया गया.
मुख्तार गैंग का शार्प शूटर हरकेश यादव उर्फ मास्टर पुलिस मुठभेड़ में मार गिराया गया.
विकास यादव अरुण यादव विक्रांत यादव समेत 12 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया.
मुख्तार गैंग के गोरा राय का हिस्ट्रीशीटर अंकुर राय और किफायत उल्ला को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया.
शूटर अनुज कनौजिया की संपत्ति को कुर्क कर दिया गया.
पंजाब में सरेंडर करने वाला झुन्ना पंडित को बांदा जेल में भेज दिया गया.


फिलहाल यूपी पुलिस का ऑपरेशन मुख्तार अंसारी जारी है. मऊ और गाजीपुर में अवैध संपत्तियों पर ध्वस्तीकरण और तालाबंदी के बाद अब बारी राजधानी लखनऊ की जहां पर शुरुआत अंसारी बंधुओं के घर से की गई है.


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