उन्नाव. असोहा थाना क्षेत्र के बबुरहा गांव में खेत में तीन दलित लड़कियां दुपट्टे से बंधी मिली थी. तीनों लड़कियों को अस्पताल ले जाया गया जहां दो को मृत घोषित कर दिया गया. वहीं, तीसरी लड़की की गंभीर हालत को देखते हुए उसे कानपुर के रीजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उन्नाव में हुए इस सनसनीखेज मामले को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है. विपक्षी दलों के कई नेताओं ने इसको लेकर सीधा योगी सरकार पर निशाना साधा है.


आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने ट्वीट कर कहा, "अत्यंत भयावह आदित्यनाथ जी का राज बेटियों के लिये क़ब्रगाह बन गया है, उन्नाव की घटना दिल दहला देने वाली है आख़िर कब रुकेगी ये दरिंदगी?"


वहीं, भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद ने कहा, "उन्नाव केस की एकमात्र गवाह बच्ची का बेहतर इलाज व उसकी सुरक्षा सबसे जरूरी है. बच्ची को तत्काल एयर एंबुलेंस से AIIMS दिल्ली लाया जाए. उत्तरप्रदेश सरकार का अपराधियों को संरक्षण व अपराधियों के मामले में सरकार की कार्यशैली को देश हाथरस कांड में देख चुका है."





सपा का भी हमला
इसके अलावा सपा ने भी योगी सरकार को आड़े हाथ लिया है. सपा विधायक सुनील सिंह यादव ने कहा कि आज उन्नाव में तीन दलित नाबालिग बच्चियों की दुष्कर्म और हत्या की खबर ने योगी आदित्यनाथ जी की सरकार के महिला सुरक्षा और मिशन शक्ति पे कालिख पोतने का काम किया है. अपराधियों बलात्कारियों की जयकारे लगाकर सत्ता का संरक्षण देने वालों के राज में इससे विभत्स व शर्मनाक कुछ नहीं हो सकता.





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