Parliament Winter Session: विपक्षी सांसदों के निलंबन पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के तेवर तल्ख हैं. उन्होंने बीजेपी सरकार पर जोरदार हमला बोला है. सपा मुखिया ने पूछा कि जब सांसदों को निलंबित करना था तो अधिक क्षमता वाली संसद क्यों बनवाई. विपक्षी सांसदों के निलंबन पर सरकार की तरफ से कार्रवाई को जायज ठहराया जा रहा है. विपक्ष सांसदों के निलंबन पर सरकार पर हमलावर है.
सांसदों के निलंबन पर क्या बोले अखिलेश यादव?
अखिलेश यादव ने मंगलवार शाम सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर लिखा, ''जनता पूछ रही है जब सांसदों को निलंबित ही करना था तो फिर अधिक क्षमता वाली ‘बड़ी संसद’ के नाम पर नई संसद बनवाई ही क्यों?'' उन्होंने लिखा कि इससे अच्छा तो बीजेपी सरकार पुरानी संसद में ही दो-तीन लोगों के लिए एक नया कमरा बनवा लेती. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार में किसी को प्रश्न पूछने की आजादी नहीं है. सदन में चर्चा करने भी नहीं दिया जाता है. फैसले कुछ लोग ही करते हैं.
अब तक कुल 95 सदस्य शेष अवधि के लिए बाहर
सपा मुखिया ने आगे कहा कि बीजेपी सरकार प्रतिनिधियों के साथ इस तरह का व्यवहार कर सकती है तो फिर समझा जा सकता है अगला नंबर जनता का है. गौरतलब है कि शीतकालीन सत्र के दौरान अब तक कुल 95 विपक्षी सदस्यों को सदन से बाहर का रास्ता दिखाया गया है. निलंबन की कार्रवाई लोकसभा में तख्तियां दिखाने और सदन की अवमानना के मामले में की गई. कुल 95 सदस्यों को शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए सदन से बाहर किया जा चुका है. निलंबन की गाज विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के करीब दो-तिहाई सदस्यों पर गिरी है.