Opposition MPs Suspended Protest: संसद के शीतकालीन सत्र में विपक्ष के 146 सांसदों को निलंबित करने के विरोध में शुक्रवार को यूपी में समाजवादी पार्टी, कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों के नेताओं ने धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान मुरादाबाद में विपक्षी दलों में मतभेद नजर आए. इंडिया गठबंधन के आह्वान पर सभी दलों द्वारा जिला मुख्यालयों पर केंद्र सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया गया. हालांकि, मुरादाबाद में ये विपक्षी राजनीतिक पार्टियां एक मंच पर नहीं आई. 


मुरादाबाद में सबसे पहले कांग्रेस जिला अध्यक्ष असलम खुर्शीद के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन करते हुए जिला अधिकारी को ज्ञापन सौंपा. फिर उसके बाद सपा के विधायक कमाल अख्तर, हाजी नासिर कुरैशी और मोहम्मद फहीम इरफान ने सपा कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर ज्ञापन दिया. सपा नेताओं ने साफ कहा कि ये धरना प्रदर्शन इंडिया गठबंधन का नहीं था. 


"ये कोई गठबंधन का धरना नहीं"


पूर्व कैबिनेट मंत्री और वर्तमान में कांठ विधानसभा से सपा विधायक कमाल अख्तर ने कहा कि उन्हें राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा निर्देश दिया गया था, ये कोई गठबंधन का धरना नहीं था. वहीं उपराष्ट्रपति की मिमिक्री मामले में उन्होंने कहा कि विदेशों में तो ऐसा अक्सर होता रहता है, और यहां पीएम मोदी, मुलायम सिंह यादव सहित बड़े नेताओं की और सुपरस्टारों की दुनिया नकल करती है, इसमें क्या ये तो एक टेलेंट है. अगर उन्हें बुरा लगा है तो सांसद को अकेले बुला कर कह सकते थे.  


यूपी कांग्रेस ने क्या कुछ कहा?


वहीं यूपी कांग्रेस ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि बीजेपी सरकार द्वारा 146 सांसदों को निलंबित करना सीधे-सीधे लोकतंत्र पर कुठाराघात है. संविधान विरोधी यह सरकार विपक्ष की आवाज खामोश करने के लिए रोज ही षड्यंत्र करती रहती है. आज शासन के इस तानाशाही रवैये के खिलाफ इंडिया गठबंधन के नेताओं-कार्यकर्ताओं ने देशव्यापी प्रदर्शन किया. 


कांग्रेस ने आगे कहा कि इसी क्रम में यूपी की राजधानी लखनऊ और अन्य जगहों पर हुए प्रदर्शन में कांग्रेसजनों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. इंडिया गठबंधन इस तानाशाह सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए दृढ़ संकल्पित है.  


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