UP News: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 23 जुलाई (शुक्रवार) को विपक्षी दलों की बैठक पटना में बुलाई है. लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी बैठक को काफी अहम माना जा रहा है. माना जा रहा है कि बीजेपी को हराने के लिए साझा एजेंडे पर मुहर लग सकती है. विपक्षी बैठक की तैयारियों का जायजा लेने आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव बुधवार को सीएम आवास पहुंचे थे. लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हराने के लिए होने जा रही बैठक पर सियासी बयानबाजी तेज हो गई है.
विपक्षी दलों की बैठक पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का हमला
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि पटना में 23 जून को विपक्षी नेताओं की बैठक के बाद भी नरेंद्र मोदी को 2024 में तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने से नहीं रोका जा सकता है. उन्होंने कहा कि तथाकथित गठबंधन के पास दल और नेता को वोट नहीं, विचारधारा नहीं, प्रधानमंत्री पद के लिए उम्मीदवार नहीं, बीजेपी वर्तमान और भविष्य है. बता दें कि बैठक में तमिलनाडु सीएम स्टालिन के अलावा, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, राकांपा नेता शरद पवार, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, शिवसेना (यूबीटी) नेता उद्धव ठाकरे और कुछ अन्य विपक्षी नेताओं ने भाग लेने के लिए रजामंदी जाहिर की है.
गैर बीजेपी नेताओं का 23 जून को पटना में लगने जा रहा जमावड़ा
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, महबूबा मुफ्ती, उमर अब्दुल्लाह सहित कई नेता 22 जून को पटना पहुंच जाएंगे. दिल्ली से पटना पहुंचे उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बताया कि बैठक में गैर बीजेपी दलों के नेता अपनी बातों को रखेंगे. उन्होंने आगे कहा कि 2024 का लोकसभा चुनाव कोई व्यक्ति विशेष का नहीं बल्कि देश की जनता का है. उन्होंने बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दे पर केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया.