UP Politics: 23 जून को पटना में होने वाली विपक्षी नेताओं की बैठक पर बसपा प्रमुख मायावती ने टिप्पणी की है. उन्होंने कहा है कि ’दिल मिले न मिले हाथ मिलाते रहिए’. मायावती का ट्वीट ऐसे समय आया है जब लखनऊ में समाजवादी पार्टी की तरफ से दफ्तर के बाहर बड़े-बड़े पोस्टर लगाए गए हैं. पोस्टर में बीजेपी के खिलाफ विरोधी दलों को एकजुट होने की बात कही गई है. साथ ही '80 हराओ, बीजेपी हटाओ' का नारा भी दिया गया है. मायावती ने कहा कि यूपी में लोकसभा की 80 सीटों चुनावी सफलता की कुंजी कहलाती हैं. लेकिन विपक्षी पार्टियों के रवैये से ऐसा नहीं लगता कि उद्देश्य के प्रति गंभीर और सही मायने में चिन्तित हैं. बिना सही प्राथमिकताओं के लोकसभा चुनाव की तैयारी क्या जरूरी बदलाव ला पाएगी?


मायावती ने विपक्षी नेताओं को दी सलाह


विपक्षी पार्टियों को नीयत साफ कर आम विश्वास जगाने की गर्ज से लोकसभा चुनावी की तैयारी को ध्यान में रखना चाहिए. ’मुँह में राम बग़ल में छुरी’ आखिर कब तक चलेगा? बसपा प्रमुख मायावती ने देश की खराब हालत पर चिंता जताई. उन्होंने कहा कि महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी, पिछड़ापन, अशिक्षा, जातीय द्वेष, धार्मिक उन्माद-हिंसा ग्रस्त देश में बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर के मानवतावादी समतामूलक संविधान को सही से लागू करने की क्षमता कांग्रेस, बीजेपी जैसी पार्टियों में नहीं है.


सत्ता पक्ष की तरफ से बैठक पर टिप्पणी


उन्होंने बहुजन के खराब हालात का हवाला दिया. बीजेपी ने इस बार 80 सीटें लोकसभा चुनाव में जीतने का लक्ष्य रखा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई में कल होनेवाली विपक्षी दलों की बैठक चर्चित हो गई है. सत्ता पक्ष की तरफ से कड़ी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है. विपक्षी दलों की बैठक से पहले मायावती ने सपा, कांग्रेस और बीजेपी पर हमला बोला.  


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