UP Politics: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता शरद पवार के एक बयान से यूपी की राजनीति में बड़ी हलचल हो सकती है. दरअसल, प्रदेश में समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय लोकदल , अपना दल कमेरावादी और कांग्रेस INDIA अलाएंस का हिस्सा हैं. हालांकि बहुजन समाज पार्टी, अभी इस गठबंधन से दूरी बनाए हुए है. उधर, बुधवार को एक प्रेस वार्ता में एनसीपी चीफ ने मायावती को लेकर बड़ा बयान दिया. उन्होंने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती के बारे में पूछे जाने पर पवार ने कहा,“यह पता नहीं है कि वह किसके पक्ष में हैं. इससे पहले वह भाजपा के साथ बातचीत कर चुकी हैं.”
शरद पवार का यह बयान ऐसे वक्त में आया है जब मायावती ने दावा किया है NDA और INDIA दोनों में से किसी का हिस्सा नहीं बनेंगी. बुधवार को ही बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने एक बार फिर सत्तारूढ़ दल एनडीए या फिर विपक्षी गठबंधन इंडिया में शामिल होने से मना किया है. साथ ही उन्होंने मीडिया से अपील करते हुए कहा कि नो फेक न्यूज प्लीज़.
बसपा सुप्रीमो मायावती ने सोशल मीडिया एक्स के माध्यम से लिखा कि एनडीए व इंडिया गठबंधन अधिकतर गरीब-विरोधी जातिवादी, साम्प्रदायिक, धन्नासेठ-समर्थक व पूंजीवादी नीतियों वाली पार्टियां हैं, जिनकी नीतियों के विरुद्ध बीएसपी अनवरत संघर्षरत है और इसीलिए इनसे गठबंधन करके चुनाव लड़ने का सवाल ही पैदा नहीं होता. अतः मीडिया से अपील-नो फेक न्यूज प्लीज़.
चार राज्यों में विधानसभा का आमचुनाव लडे़गी BSP- मायावती
उन्होंने आगे लिखा कि बीएसपी, विरोधियों के जुगाड/जोड़तोड़ से ज्यादा समाज के टूटे/बिखरे हुए करोड़ों उपेक्षितों को आपसी भाईचारा के आधार पर जोड़कर उनकेे गठबंधन से सन 2007 की तरह अकेले आगामी लोकसभा तथा चार राज्यों में विधानसभा का आमचुनाव लडे़गी. मीडिया बार-बार भ्रान्तियां न फैलाए.
मायावती ने कहा कि वैसे तो बीएसपी से गठबंधन के लिए यहां सभी आतुर हैं, किन्तु ऐसा न करने पर विपक्षी खिसयानी बिल्ली खंभा नोचे की तरह भाजपा से मिलीभगत का आरोप लगाते हैं. इनसे मिल जाएं तो सेक्युलर, न मिलें तो भाजपाई. यह घोर अनुचित तथा अंगूर मिल जाए तो ठीक वरना अंगूर खट्टे हैं, की कहावत जैसी है.