14 फरवरी को इम्तियाज अली की फिल्म लव आज कल रिलीज होने जा रही है. लव अज कल फिल्म में कार्तिक आर्यन और सारा अली खान नजर आएंगे. आज हम बात इस फिल्म को लेकर नहीं बल्कि इन दिनों बॉलीवुड इंडस्ट्री में जो रीमेक का दौर धड़ल्ले से चल रहा है उस पर बात करेंगे. लव आज कल फिल्म इसका हालिया उदाहरण है. दरअसल साल 2009 में फिल्म लव आज कल रिलीज हुई थी, जिसमें सैफ अली खान दीपिका पादुकोण नजर आए थे, इस फिल्म का निर्देशन भी इम्तियाज अली ने ही किया था और अब एक बार फिर से इम्तियाज अली पुरानी बोतल में नई शराब परोसने जा रहे हैं. कार्तिक आर्यन और सारा अली खान को लेकर फिल्म लव आज कल रिलीज होने के लिए तैयार है. फिल्में ही नहीं गानों का भी रीमेक वर्जन आपको इन दिनों बॉलीवुड फिल्मों में खूब देखने को मिलेगा. अब क्या कहें निर्देशक या संगीतकार के पास कहानी या गानों की भारी कमी हो गई है जिसके चलते वो फिल्मों से लेकर गानों का रीमेक वर्जन दर्शकों के सामने परोस रहे हैं. सवाल ये उठता है कि क्या हमारे दर्शक इस तरह के रीमेक वर्जन को पसंद कर रहे हैं या फिर मनोरंजन मात्र के लिए फिल्में देखना और गाने सुनना उनकी एक मजबूरी हो गई है.


रीमेक फिल्मों जो खींच नहीं पाईं दर्शकों का भरपूर ध्यान
70 के दशक में संजीव कुमार की फिल्म पति पत्नी और वो आपको याद होगी. फिल्म की कहानी से लेकर किरदार बेहतरीन थे. आज का युवा वर्ग भी अगर ये फिल्म देख ले तो उसको भी ये फिल्म पसंद आ ही जाएगी. पति पत्नी और वो फिल्म का रीमेक भी बना जिसमें कार्तिक आर्यन, भूमि पेडनेकर और अनन्या पांडे नजर आई थीं. पति पत्नी और वो फिल्म ने अच्छा प्रदर्शन किया था लेकिन फिल्म में कुछ भद्दे डायलॉग के चलते ये विवादों में चली थी, हालांकि फिल्म रिलीज हुई और बॉक्स ऑफिस पर इस फिल्म ने ठीक - ठाक प्रदर्शन भी किया लेकिन फिल्म को परोसने के लिए आज कहानीकार सिर्फ कुछ ही समय के लिए दर्शकों का ध्यान खींच पा रहा है ना की लंबे समय के लिए. निर्देशक कई बार एक ही फिल्म के कई पार्ट बना कर दर्शकों को सिनेमाघरों तक खीचने का प्रयास करते हैं. हाल ही में सलमान खान की फिल्म दबंग 3 ही ले लीजिए सलमान खान के नाम पर तो फिल्म में 100 करोड़ पार की कमाई कर गई लेकिन जो भी हमारा ऑडियन्स फिल्म देखकर सिनेमाहॉल से बाहर निकला उसके सिर पकड़ लिया. फिल्म को हिट और सुपरहिट बनाने के लिए सलमान खान ने होश उड़ा देने वाले एक्शन सीन तो किए ही कॉमेडी के नाम पर भी उन्होंने दर्शकों के साथ भारी मजाक कर दिया. हाउसफुल 4 इस फिल्म ने भी बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन अगर फिल्म के कंटेंट की बात करें तो समझने जैसा उसमें कुछ भी नहीं था, अक्षय कुमार ने अपनी कॉमेडी से बेशक दर्शकों का कुछ मनोरंजन किया लेकिन क्या ये वही बॉलीवुड है जिसने आनंद, दस्तक, हीर रांझा जैसे बेहतरीन फिल्में दीं.




रीमेक गानों ने किरकिरा किया संगीत प्रेमियों का मजा
छम्मा छम्मा से लेकर मुंगड़ा, एक दो तीन, टिप टिप बरसा पानी इन गानों का रीमेक आप फिल्मों में देख चुके होंगे. एक तो पहले फिल्में पंजाबी गानों से भरी हैं, इसके अलावा पंजाबी गानों के रीमेक और पुराने गानों के हिंदी रीमेक. दर्शक और संगीत प्रेमियों के लिए तो नया और अलग परोसा ही नहीं जा रहा है जो वो किसी संगीत को आज सुनकर कहें की वाह दिल खुश हो गया. हनी सिंह, बादशाह और सपना चौधरी के गानों को सुनकर ही वो थोड़ा मनोरंजन कर ले रहे है, झूम रहे हैं लेकिन ऐसा गाने नहीं जो दिल और मन दोनों को सुकून दे जाएं. खैर सवाल है कि दर्शकों को क्या चाहिए. क्या दर्शकों के मूड को देखकर आज निर्देशन फिल्में बना रहे हैं या मसाले के नाम पर उनकी झोली में बस यही रह गया है. ऐसा नहीं है कि आज के समय में ऐसी फिल्में नहीं बन रही है जो बेहतरीन नहीं. तमाम उम्दा फिल्में भी हैं लेकिन उन फिल्मों की संख्या ज्यादा हो गईं हैं जो बिना सिर पैर की तो हैं ही साथ ही पुरानी फिल्मों का रीमेक. खैर फैसला दर्शकों को लेना है कि वो क्या देखें और क्या नहीं लेकिन ये खतरे की घंटी निर्देशक और मेकर्स के लिए जरूर की की वो समय रहते जरूर कुछ नया और दमदार मसाला लेकर आए तो दर्शकों का भरोसा फिल्मों और गानों से खत्म ना करें.