बस्ती. मेडिकल कॉलेज के कोविड अस्पताल कैली में जंबों ऑक्सीजन सिलेंडर घोटाला सामने आया है. कोरोना की दूसरी लहर में अस्पताल से 40 जंबो सिलेंडर गायब हो गए. इसकी रिपोर्ट तक ऑक्सीजन नोडल अधिकारी और सहायक नोडल अधिकारी ने प्राचार्य को नहीं की. मेडिकल कालेज प्रशासन को सिलेंडर गायब होने या फिर कालाबाजारी करने की जानकारी ही नहीं है. यह सिलेंडर उस समय से गायब है, जब पूरे देश में ऑक्सीजन की कमी को लेकर हाहाकार मचा हुआ था. जिसके अभाव में न जाने कितने मरीजों की मौत हो गई थी. मामले का खुलासा कभी न होता अगर शासन ने खरीदे गए सिलेंडर का हिसाब-किताब न मांगा होता. सिलेंडर गायब होने की खबर लगते ही मेडिकल कॉलेज में हड़कंप मच गया.
प्राचार्य डा. मनोज कुमार की ओर से जब इसकी जांच कराई गई तो ये साबित हो गया कि बड़ी संख्या में सिलेंडर गायब है. मामला सामने आने के बाद सबके हाथ-पैर फूल गए, छानबीन तेज हो गई. मयूर ऑक्सीजन प्लांट से लेकर स्टोर और खलीलाबाद के पास सिलेंडर से भरे वाहन के पलटने के स्थान तक जांच हुई, मगर कहीं भी सिलेंडर का पता नहीं चला. खलीलाबाद पुलिस से भी जानकारी ली गई. मगर सिलेंडर का कहीं भी पता नहीं चला. प्राचार्य का कहना है कि जांच में टीम लगा दी गई हैं, रिपोर्ट मिलते ही संबधित जिम्मेदारों के खिलाफ डीएम की अनुमति के बाद विधिक कार्रवाई कर दी जाएगी.
सिलेंडर की कालाबाजारी होने का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पचपेड़िया रोड पर स्थित एक प्राइवेट निजी अस्पताल में छापा मारकर पांच जंबों सिलेंडर बरामद किए गए. वहीं एक अन्य हैप्पी नामक निजी अस्पताल का लाइसेंस इसलिए निरस्त कर दिया गया, क्योंकि यहां पर मरीजों से प्रति घंटा ऑक्सीजन का पांच हजार रुपया लिया जाता था. बताया जा रहा है कि कैली अस्पताल से ऑक्सीजन सिलेंडर निजी अस्पतालों को महंगे दामों पर बेचा जाता था.
32 लाख में खरीदे थे 200 खाली सिलेंडर
बता दें कि खाली ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी को देखते हुए मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने 200 खाली सिलेंडर लगभग 32 लाख में खरीदे थे. इस तरह अगर देखा जाए तो लगभग साढ़े छह लाख के खाली सिलेंडरों को गायब कर दिया गया है. जिस समय 40 सिलेंडर की कालाबाजारी की गई, उस समय एक भरे हुए सिलेंडर को 25 से 30 हजार में बेचा जा रहा था. इस तरह घपलेबाजों ने सिर्फ एक बार में 12 लाख से अधिक कमाए.
बीजेपी नेता ने की कार्रवाई की मांग
उधर, बीजेपी नेता अनूप खरे और रुधौली विधायक संजय जायसवाल ने दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है. सीएमसी डॉक्टर सोमेश श्रीवास्तव ने इस बारे में बताया की सिलेंडर गायब नहीं हुए है, स्टॉक पूरा है मगर कितना स्टॉक है इसकी जानकारी वे नही दे सके.
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