मुंबई, एंटरटेनमेंट डेस्क। छोटी सी उम्र में पद्मिनी ने अपना फिल्मी सफर शुरु कर दिया था। पद्मिनी ने अपनी एक्टिंग से सबको अपना दीवाना बना दिया था। 15 साल की उम्र में उन्होंने फिल्म 'इंसाफ का तराजू' से एंट्री की थी और इस फिल्म के लिए उन्हें फिल्मफेयर का बेस्ट सपोर्टिंग अवॉर्ड मिला था।
80 के दशक में पद्मिनी टॉप हीरोइनों की लिस्ट में शामिल हो गई थीं। आपको बता दें, बचपन में ही पद्मिनी पर बोल्ड सीन देने का ठप्पा लग गया था। इसकी सिर्फ और सिर्फ ये वजह थी कि उन्होंने बचपन में ही कुछ विवादित सीन दिए थे।
साल 1980 में आई फिल्म 'गहराई' में उनका एक न्यूड सीन था। वैसे उस दौर में ऐसे सीन को करना ही बहुत बड़ी बात है। जिस सीन के चलते उनका नाम विवादों में आ गया था।
फिल्म 'इंसाफ का तराजू' में पद्मिनी के साथ जीनत अमान और राज बब्बर थे। इस फिल्म में पद्मिनी को नाबालिग लड़की का रोल मिला। एक सीन में पद्मिनी को 7-8 मिनट लंबा रेप सीन देना था, जिसे उन्होंने बखुबी निभाया। इस सीन को करने के बाद उन पर उनके करियर में काफी असर पड़ा। पद्मिनी की छवि पर भी काफी असर पड़ा हालांकि दोनों ही फिल्म हिट रही थीं।
पद्मिनी कोल्हापुरे को लेकर दर्शको के विचार में बदलाव देखने को मिल रहे थे। लोग जिस एक्टिंग के दीवाने थे, वो ही लोग बोल्ड सीन देने का ठप्पा उनपर लगा रहे थे। पद्मिनी को जैसे ही इस बात का एहसास हुआ उन्होंने बोल्ड और रेप सीन से तौबा कर ली।