UP Politics: अपना दल कमेरावादी की नेता और सिराथू से विधायक पल्लवी पटेल ने प्राविधिक शिक्षा विभाग में विभागाध्यक्ष पदों पर नियुक्ति में धांधली का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि वर्तमान सेवा नियमावली को ताक पर रखा गया, पुरानी नियमावली के आधार पर भर्ती की गई और पिछड़े वर्ग के अभ्यर्थियों का हक मारकर घूस लेकर पदोन्नति की गई. उन्होंने कहा कि वो इस मुद्दे को विधानसभा में उठाएंगी. इसके साथ ही उन्होंने सीएम योगी से पूरे मामले पर जवाब देने की मांग की है.
पल्लवी पटेल ने भारत समाचार को दिए इंटरव्यू में इस मामले पर खुलकर बात की और कहा कि "मैं आरोप नहीं लगा रही हूं लेकिन, इस प्रदेश में पिछड़े प्रतिभाशाली नौजवान के अवसरों की हकमारी हो रही है, मैंने उस पर सवाल उठाया है. इस प्रदेश के मुखिया (सीएम योगी आदित्यनाथ) के नाम पर घूस बटोरी गई है. इसलिए मैं उनसे चाहती हूं कि वे सदन में इस पर जवाब दें.
पल्लवी पटेल ने सीएम योगी से मांगा जवाब
उन्होंने कहा कि जहां पर विभागाध्यक्ष पद के लिए यूपीएससी के द्वारा AICTE के नॉर्म्स के अनुसार नियुक्ति होनी चाहिए थी, वहां पर 250 लोगों से 25-25 लाख रुपये प्रति व्यक्ति से हिसाब से घूस लेकर उनकी पदोन्नति की गई है जो नियमों के विरुद्ध है. जिसमें पिछड़े समाज के प्रतिभाशाली नौजवानों के हकों को मारा गया है. उन्होंने कहा कि यदि ये सीएम को नाम पर हुआ है तो ये उनकी नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि वो इस पर जवाब दें.
सिराथू विधायक ने कहा कि ये अवसरों की लूट हैं, जो इस देश के प्रतिभाशाली पिछड़े नौजवानों के विरुद्ध हुआ है. पदोन्नति के नाम पर हर साल 50 करोड़ रुपये तक का ग़बन किया गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि यूपी सरकार संवैधानिक नियमावली की धज्जियां उड़ा रही है. हर विभाग में भ्रष्टाचार और घूसखोरी का बोलबाला है. पल्लवी पटेल ने कहा कि वो इस मुद्दे को सदन में उठाएंगी.
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