पल्लवी पटेल का सीएम योगी के खिलाफ दिखा नरम रुख, केशव प्रसाद मौर्य और अनुप्रिया की बढ़ी टेंशन
पल्लवी पटेल ने शुक्रवार को प्रयागराज के फूलपुर इलाके में छत्रपति शाहूजी महाराज की जयंती के मौके पर एक कार्यक्रम को संबोधित किया. लेकिन इस दौरान वह योगी सरकार के खिलाफ चुप्पी साधे दिखीं.
UP News: सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के बाद सियासी गलियारों में मची अटकलों के बीच अपना दल कमेरावादी की नेता और सिराथू सीट से विधायक पल्लवी पटेल ने शुक्रवार को संगम नगरी प्रयागराज में जनसभा को संबोधित किया. इस जनसभा में पल्लवी पटेल ने आरक्षण से लेकर संविधान तक के मुद्दों पर अपनी बात रखी लेकिन सूबे की योगी सरकार के खिलाफ नरम रुख अपनाए रहीं.
आमतौर पर सरकार के खिलाफ मुखर रहने वाली पल्लवी पटेल ने इस सभा में सिर्फ दलितों पिछड़ों और उपेक्षितों की बात की. आरक्षण और संविधान को समाज में बराबरी का सबसे बड़ा हथियार बताया, लेकिन कानून व्यवस्था से लेकर भेदभाव जैसे मुद्दों पर भी उन्होंने चुप्पी साधे रखी. इन मुद्दों पर पल्लवी खासी मुखर रहती हैं और योगी सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ती है.
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सियासी अटकलों को और दी हवा
पल्लवी पटेल ने शुक्रवार को प्रयागराज के फूलपुर इलाके में छत्रपति शाहूजी महाराज की जयंती के मौके पर एक कार्यक्रम को संबोधित किया. इस कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि यूपी में जिन 10 सीटों पर विधानसभा का उपचुनाव होने जा रहा है, उसमें उनका पीडीएम गठबंधन अपने उम्मीदवार उतारेगा. सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के बाद पल्लवी पटेल के नरम रुख ने सियासी अटकलों को और हवा दे दी है.
सीएम योगी से मुलाकात के बाद पल्लवी पटेल ना तो मीडिया के सामने आई है और ना ही उन्होंने कोई बयान जारी किया है. पल्लवी पटेल की सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात उस वक्त हुई है, जब सीएम और डिप्टी सीएम में तल्खी को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही है. पल्लवी पटेल ने 2022 के विधानसभा चुनाव में सिराथू सीट से डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को हराया था.
पल्लवी पटेल की पहले सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात और उसके बाद जनसभा में सरकार को लेकर नरमी नई सियासी अटकलों को पैदा कर रहा है. बता दें कि पल्लवी पटेल की बहन अनुप्रिया पटेल अभी एनडीए में हैं और बीते दिनों में योगी सरकार के खिलाफ नजर आई हैं. वह आरक्षण के मुद्दे पर सरकार को घेरती रही हैं.