बरेली, एबीपी गंगा। क्या समाज महिलाओं को बराबरी का स्थान देता है? क्या महिला होने को नाते अधिकार कम हो जाते हैं? क्या महिला होने का मतलब सबकुछ चुपचाप सह लेना होता है? क्या समाज को अपनी सोच बदलने की जरूरत नहीं है....ये वो सवाल हैं जो हर रोज कई बेटियां समाज से पूछती हैं, लेकिन समाज के ठेकेदार तो अपनी आन...बान और शान को बेटियों से ही जोड़कर देखते हैं। आज ये सवाल इसलिए अहम हो गए हैं क्योंकि बरेली से सामने आई एक घटना ने समाज के वीभत्स चेहरे को उजागर कर दिया है। 14 साल की उम्र क्या होती है। इस उम्र में न तो दुनियादारी का पता होता है और न ही इतनी समझ होती है कि किसी काम का नतीजा क्या हो सकता है। एक ऐसी ही गलती 14 साल की किशोरी से हो गई...और अब किशोरी को जो सजा मिली है उसकी जितनी निंदा की जाए वो कम है।


पंचायत ने सुनाया फैसला


बरेली में दूसरे समुदाय के प्रेमी संग चले जाने की सजा किशोरी को ताउम्र भुगतनी होगी। उसने नादानी में जो कदम उठाया वो उसे अब जीवन भर परेशान करता रहेगा। किशोरी का मामला पंचायत तक पहुंचा तो यहां बैठे लोगों ने कानून को ताक पर रख तालिबानी फैसला सुना दिया। महज 14 साल की नाबालिग का विवाह उसकी पिता की उम्र के अधेड़ से करा दिया। इतना ही नहीं, पंचायत के लोगों ने प्रेमी पर 50 हजार रुपये का जुर्माना लगाया। पंचायत का फैसला आसपास के इलाकों में चर्चा का विषय बन गया है। ऐसे कई लोग हैं जो इस तरह के फैसले से सहमत नहीं हैं लेकिन जुबान खोलने से डरते हैं।


मां की हो चुकी है मौत


दरअसल, एक गांव में रहने वाली 14 वर्षीय किशोरी की मां की मौत हो चुकी है। पिता हल्द्वानी में मजदूर हैं। किशोरी भी पिता के साथ रहकर मजदूरी में हाथ बंटाने लगीं। हल्द्वानी में उसके गांव का ही दूसरे समुदाय का युवक भी रहकर मजदूरी करता था। वहां रहने के दौरान उनके बीच प्रेम-प्रसंग हो गए। कुछ दिन पहले दोनों घर से भाग गए।


मंदिर में कराई गई शादी


दोनों के घर से भागने के बाद उन्हें वापस बुलाया गया और गांव में पंचायत हुई, जिसमें तय हुआ कि प्रेमिका को वापस उसके पिता को सौंपा जाए। पंचायत ने प्रेमी पर भी 50 हजार रुपये का जुर्माना लगाया। इस दौरान पंचायत में बैठे एक पूर्व ग्राम प्रधान ने प्रस्ताव रख दिया कि गांव में ही रहने वाले व्यक्ति से जो नाबालिग के पिता से भी उम्र में अधिक है, उससे उसकी शादी करा दी जाए। इस प्रस्ताव पर पंचों ने सहमति की मुहर लगाते हुए अधेड़ से शादी कराने का तालिबानी फरमान सुना दिया। मंगलवार रात एक मंदिर में नाबालिग की अधेड़ से शादी करा दी गई।