Durga Puja Pandal in Chandauli: कोरोना महामारी का असर जीवन के साथ-साथ धर्म पर भी देखने को मिल रहा है. चंदौली जिले में सबसे पुराना पूजा पंडाल पर कोरोना महामारी का असर सीधा सीधा दिखायी दे रहा है. माता दुर्गा के भक्त कम संख्या में दर्शन पूजन करने आ रहे हैं. वहीं, सैकड़ो की संख्या में पूजा पंडाल के आस पास दुकानें लगती थीं, वो भी स्थान खाली हैं. पंडाल के मुख्य द्वार पर कोरोना महामारी को देखते हुए लिखा गया है " नो मास्क, नो इंट्री ".


पंडालों पर कोरोना महामारी का असर


पूर्वांचल में दुर्गा पूजा का भव्य और दिव्य आयोजन चंदौली में प्रतिवर्ष होता है. लेकिन इस वर्ष कोरोना महामारी का असर चंदौली के पूजा पंडालों पर देखने को मिल रहा है. चंदौली के इंडियन इंस्टीट्यूट कालोनी (दुर्गा नगर कालोनी ) में पिछले 70 वर्षों से दुर्गा पूजा का पंडाल लगता है. दुर्गा जी स्थापित होती हैं और पूरे विधि विधान से पूजा तीन दिन होता है, लेकिन इस वर्ष दुर्गा पूजा पंडाल पर न तो ज्यादा भक्त दिखे और न ही पूजा पंडाल के पास दुकानें.


दरअसल, इस पूजा पंडाल के आस-पास चंदौली के आसपास के जिलों से छोटे बड़े दुकानदार आते थे अपनी दुकान लगाते थे, लेकिन कोरोना महामारी में सभी दुकानदार नदारद दिखे.


सबसे पुरानी पूजा कमेटी


पूजा कमेटी के सदस्य शेखर सिंह ने बताया कि, चंदौली की सबसे पुरानी पूजा कमेटी है. पिछले 70 सालों से पूजा हो रही है. इस बार कोरोना महामारी को लेकर हम लोग पूरी तरह अलर्ट हैं. शासन की गाइड लाइंस का पूरा पालन कर रहे हैं. सभी से यह निवेदन किया गया है कि, बिना मास्क के न आये, बहुत कम लोग आ रहे हैं. दर्शन पूजन को वहीं यहां लाखों की भीड़ होती थी. दुकान लगती थी, लेकिन इस वर्ष कोरोना को देखते हुए मना कर दिया गया है.



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