Chandauli Pandit Deendayal Upadhyay Birth Anniversary: कहते हैं अगर सोच बड़ी हो और समाज हित में हो तो सफलता अवश्य मिलती है. ये बात अलग है कि समय भले ही ज्यादा लग जाए. आज देश के कई राज्यों में भाजपा (BJP) की सरकार है. एक व्यक्ति जिसने समाज की ऐसी परिकल्पना की जिसमें समाज के अंतिम व्यक्ति, जो सबसे कमजोर हो, जब तक उसका विकास नहीं होगा तब तक देश आगे नहीं बढ़ेगा और ना ही शक्तिशली होगा. जिस सोच को लेकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय (Pandit Deendayal Upadhyay) चले थे और आज उस परिकल्पना को पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) पूरा करते हुए नजर आ रहे हैं, इसलिए भाजपा का मूल मंत्र भी है "सबका साथ सबका विकास."
संघ के नेता ने की थी पहचान
पंडित दीनदयाल उपाध्याय का शव उस समय के मुगलसराय और आज के पंडित दीनदयाल स्टेशन के पश्चमी छोर पर पोल संख्या 676 /1276 के पास मिला था. उस समय ये इलाका वाराणसी में आता था. तब संघ के एक नेता जो इस दुनिया में अब नहीं हैं उन्होंने आकर पहचान था और लोगों को बताया था कि ये तो पंडित जी यानी दीनदयाल उपाध्याय हैं.
पूरी हो रही है एकात्म मानववाद की परिकल्पना
एकात्म मानववाद के जनक पंडित दीनदयाल उपाध्याय की आज 105वीं जंयती है. इस दौरान संघ के नेताओं ने पंडित दीनदयाल स्टेशन रेलवे के यार्ड में जाकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय के चित्र पर पुष्प अर्पित किया और अमर रहे के नारे भी लगाए. एबीपी गंगा से खास बातचीत में संघ के नेताओं ने कहा कि एकात्म मानववाद की परिकल्पना को लेकर दीनदयाल जी चले थे और आज ये पूरा होता हुआ दिखाई दे रहा है.
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