Ayodhya Today News: प्रभु राम की नगरी अयोध्या को धार्मिकता के साथ-साथ पर्यटन की दृष्टि से भी विश्व के मानचित्र पर स्थापित किया जा रहा है. शायद यही वजह है कि अयोध्या के कई स्थलों पर पिकनिक स्पॉट का भी निर्माण किया जा रहा है. चाहे वह राम की पैड़ी हो या फिर गुप्तार घाट हो या सूर्यकुंड हो इन सभी स्थानों को पर्यटन की दृष्टि से सजाया और संवारा जा रहा है.
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भी मंशा है कि अयोध्या धार्मिकता के साथ-साथ पर्यटन की दृष्टि से आगे भी बढ़े, लेकिन इसी अयोध्या में बीते दिनों शुरू हुए पैराग्लाइडिंग और क्रूज की सेवाएं बंद कर दी गई. रामनगरी में न अब पैराग्लाइडिंग आसमान में उड़ रहा है और ना ही क्रूज अपनी रफ्तार भर रहा है.
एक साल पहले शरू किया गया था पैराग्लाइडिंग
प्रदेश के पर्यटन मंत्री ने अयोध्या में क्रूज का उद्घाटन किया था, जिसके बाद कुछ दिनों तक राम भक्त क्रूज से जलविहार का आनंद ले रहे थे, लेकिन सरयू में पानी न होने की वजह से क्रूज नहीं चल पाया. अब सरयू में पानी पर्याप्त मात्रा में है इसके बावजूद क्रूज का कुछ अता पता नहीं है. तो दूसरी तरफ अयोध्या में सरयू के बालू घाट पर 1 साल पहले पैराग्लाइडिंग का शुरूआत किया गया था, जिसमें अयोध्या मंडल के मंडल युक्त गौरव दयाल ने उद्घाटन किया था.
हेलीकॉप्टर सेवा भी बंद
15 मिनट में पैराग्लाइडिंग ₹1500 के किराए में अयोध्या आने वाले पर्यटक को आसमान से रामनगरी का दीदार कर रहे थे, लेकिन कुछ दिन बाद वह सेवा भी बंद हो गई. इतना ही नहीं कुछ दिनों तक अयोध्या में हेलीकॉप्टर की भी सेवा शुरू हुई थी, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु हेलीकॉप्टर में सवार होकर ₹3000 के किराए में 15 मिनट तक आसमान से प्रभु राम के भव्य मंदिर का भी दीदार कर रहे थे, लेकिन यह सेवा भी कुछ दिनों तक ही चली उसके बाद अचानक से बंद हो गई. अब सवाल उठता है की कैसे धर्मनगरी अयोध्या धार्मिकता के साथ-साथ पर्यटन की दृष्टि से विश्व के मानचित्र पर स्थापित होगी.
पर्यटन विभाग के उपनिदेशक ने क्या बताया?
पर्यटन विभाग के उपनिदेशक आरपी यादव ने बताया कि अयोध्या में पैराग्लाइडिंग और क्रूज की सेवा अयोध्या में जो संचालित हो रही थी. यह पर्यटन विभाग की योजना नहीं थी. इस योजना को अयोध्या विकास प्राधिकरण और नगर निगम ने अनुबंध किया था. पर्यटन अधिकारी आरपी यादव ने बताया कि सरयू में पानी कम होने की वजह से क्रूज का संचालन नहीं हो पाया, लेकिन अब पानी पर्याप्त मात्रा में है क्रूज को चलाने के लिए एक जेट्टी की आवश्यकता होती है.
जिसका निर्माण अभी निर्माणाधीन है, जिसको पूरा होने के बाद क्रूज का संचालन शुरू किया जाएगा. पर्यटन अधिकारी ने बताया पैराग्लाइडिंग को लेकर हमें कोई जानकारी नहीं है. पैराग्लाइडिंग संचालित करने वाली कंपनी को मुनाफा या फिर घाटा हुआ होगा. इस वजह से उस कंपनी ने यहां पर सेवाएं बंद की है.
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