गाजियाबाद. गाजियाबाद में पैरेंट्स एसोसिएशन की भूख हड़ताल में आज जिलाधिकारी गाजियाबाद और अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी पहुंचे. हालांकि इस दौरान उन्होंने कोई समाधान पेश नहीं किया और ना ही पैरेंट्स एसोसिएशन वाले उनके भरोसे के बाद अपनी हड़ताल खत्म करने को राजी हैं. बदले घटनाक्रम में आज भारतीय किसान यूनियन ने भी पैरेंट्स एसोसिएशन का समर्थन कर दिया.


गाजियाबाद के जिला मुख्यालय पर यह पैरेंट्स एसोसिएशन की भूख हड़ताल पिछले छह दिनों से लगातार चल रही है. इस दौरान दो महिलाएं भी बीमार होकर भर्ती हो चुकी हैं. ऐसी ही महिला जो अस्पताल में भर्ती थीं, वह आज दोबारा लौटीं. लोगों ने उनका जबरदस्त स्वागत किया. आज भारतीय किसान यूनियन ने भी पैरेंट्स की भूख हड़ताल का समर्थन किया और मौके पर पहुंचे किसान यूनियन ने आरोप लगाया कि क्या जब कोई बड़ा हादसा हो जाएगा तब जिला प्रशासन जागेगा.


पांच सूत्रीय मांग को लेकर धरना


आपको बता दें कि अपनी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर पिछले छह दिनों से लगातार पैरेंट्स एसोसिएशन भूख हड़ताल पर हैं. भूख हड़ताल में शामिल अस्पताल से वापिस आयी महिला साधना सिंह ने कहा कि जब तक सांस बाकी है तब तक अपना आंदोलन जारी रखेंगी. उनके मुताबिक पता नहीं सरकार क्या चाहती है और अब तक कोई ठोस आश्वासन क्यों नहीं मिला है?


छह दिनों से हड़ताल जारी


आपको बता दें कि छह दिनों से लगातार अपनी मांगों को लेकर पैरेंट्स एसोसिएशन से जुड़े लोग भूख हड़ताल पर हैं. इनके मुख्य मांगे हैं कि स्कूल लॉकडाउन के दौरान की तीन महीने की फीस माफ होनी चाहिए, इसके अलावा ऐसे छात्र-छात्राएं जो फीस जमा नहीं कर पाये हैं और ऑनलाइन पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं, उनकी भी क्लास शुरू हो.


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