प्रयागराज, मोहम्मद मोईन। नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में संगम नगरी प्रयागराज में तकरीबन पिछले दो महीने से धरने पर बैठी मुस्लिम महिलाओं पर अब प्रशासन ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है।एफआईआर और पांच लाख रूपये के बांड भरने का नोटिस जारी किये जाने के बाद नगर निगम ने अब उस मंसूर पार्क को खाली करने का अल्टीमेटम दे दिया है, जिसमें मुस्लिम महिलाएं धरने पर बैठी हुई हैं। नगर निगम द्वारा पार्क के बाहर चस्पा की गई नोटिस फाड़ दिया गया है, लेकिन इस अल्टीमेटम से हड़कंप मच गया है।


प्रशासन द्वारा लगातार कसे जा रहे शिकंजे के बावजूद धरने पर बैठी महिलाएं अपना आंदोलन वापस लेने को तैयार नहीं हैं। धरने पर बैठी इन महिलाओं का साफ कहना है कि वह गिरफ्तारी देने और जेल जाने को तैयार हैं, लेकिन CAA वापस होने तक न तो अपना आंदोलन खत्म करेंगी और न ही धरने से हटेंगी।


नगर निगम द्वारा दिए गए अल्टीमेटम में कहा गया है कि पार्क में अतिक्रमण किया गया है, जिसकी वजह से लोगों को दिक्कत हो रही है। अगर पार्क को खाली नहीं किया गया तो पुलिस और प्रशासन की मदद लेकर इसे जबरन खाली कराया जाएगा।



गौरतलब है कि, नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में प्रयागराज की मुस्लिम महिलाएं पिछले 12 जनवरी से लगातार धरने पर बैठी हुई हैं। शनिवार को इस धरने का 56वां दिन हैं। यह धरना दिल्ली के शाहीन बाग की तर्ज पर शहर के रोशन बाग इलाके के मंसूर अली पार्क में चल रहा है। धरना 24 घंटे चलता रहता है, जिसमें बुर्कानशीं महिलाएं बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती हैं।


महिलाएं ही इस आंदोलन की कमान संभाले हुए हैं, जबकि पुरुष व्यवस्था में लगे रहते हैं। धरने पर बैठी महिलाओं का एलान है कि जब तक CAA और प्रस्तावित NRC को पूरी तरह वापस लेने का एलान नहीं किया जाएगा, तब तक वह अपना आंदोलन वापस नहीं लेंगी।



हालांकि, प्रशासन ने कई बार बातचीत के जरिये धरना खत्म कराने की कोशिश की, लेकिन बात नहीं बन सकी। पुलिस और प्रशासन के अफसरान दो बार खुद भी मौके पर गए और लोगों को समझाया भी, बावजूद इसके यह धरना जारी है।