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लोकसभा के बाद आज राज्यसभा में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के संबोधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा पर जवाब दिया। इस दौरान पीएम मोदी ने ईवीएम से लेकर बिकाऊ मीडिया समेत तमाम मुद्दों पर कांग्रेस और विपक्षी दलों का घेराव किया। पीएम ने अपने संबोधन की शुरुआत प्रचंड जनादेश देने के लिए देश की जनता का धन्यवाद कह कर किया। मोदी ने कहा कि पहली बार प्रचंड जनादेश मिलने के बाद आज मुझे सदन (राज्यसभा) में बोलने का मौका मिला। इस बार देशवासियों ने हमें पहले से ज्यादा जनसमर्थन और विश्वास के साथ दोबारा देश की सेवा करने का अवसर दिया है। इसके लिए मैं देश का जनता का आभार व्यक्त करता हूं।
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EVM पर सवाल उठाने के मुद्दे को लेकर भी पीएम मोदी ने कांग्रेस को आड़े हाथ लिया। पीएम ने कहा कि हार का ठीकरा अब ईवीएम पर फोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि ईवीएस को लेकर सवाल उठाए जाते हैं, लेकिन कभी हम भी सदन में केवल दो रहे हैं और 2 या 3 बोलकर हमारा मजाक उड़ाया जाता था। उन्होंने आगे कहा कि इतने बुरे दिन हमने देखे, लेकिन कार्यकर्ताओं पर हमें भरोसा था। हमारे विचारों पर हमें भरोसा था, देश की जनता पर हमें भरोसा था। अपने परिश्रम और त्याग के बल पर हमने उस निराशाजनक वातावरण में विश्वास पैदा करके हमने पार्टी को फिर से खड़ा किया। उन्होंने कहा कि हमने उस वक्त भी ईवीएण का रोना-धोना नहीं किया। विपक्षी दलों का घेराव करते हुए उन्होंने कहा कि जब खुद पर भरोसा नहीं होता है, तब बहाने खोजे जाते हैं। जो गलतियों को स्वीकारने के लिए तैयार नहीं है, वो ईवीएम का रोना रो रहा है और हार का ठीकरा उसपर फोड़ रहा है।
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पीएम मोदी ने यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को भी निशाने पर लिया। उन्होंने सवाल किया, 'क्या वायनाड और रायबरेली में हिंदुस्तान हार गया। बहरामपुर में हिंदुस्तान हार गया क्या? क्या अमेठी में हिंदुस्तान हार गया? ये क्या तर्क है? यानी कांग्रेस हारी देश हार गया। मतलब कांग्रेस यानी देश और देश यानी कांग्रेस। अहंकार की भी एक सीमा होती है।' उन्होंने कांग्रेस का घेराव करते हुए कहा कि कांग्रेस का मतलब देश नहीं, अहंकार की एक सीमा होती है।
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मोदी ने कहा कि 60 साल तक देश में सरकार चलाने वाला दल 17 राज्यों में एक सीट नहीं जीत पाया। उन्होंने कहा कि अपनी सोच की मर्यादा के कारण इतने बड़े जनादेश को ये कह दें, आप तो चुनाव जीत गए लेकिन देश चुनाव हार गया। मैं समझता हूं, इससे बड़ा देश के लोकतंत्र का अपमान नहीं हो सकता। इससे बड़ा जनता का अपमान नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि ऐसा कहकर हमने देश के मतदाताओं को कटघरे में खड़ा कर दिया। पीएम ने कहा कि कड़ी तपस्या के बाद देश में चुनाव होता है और हम उसका मजाक उड़ा रहे हैं। वे बोले कि ये तक कह दिया कि देश का किसान बिकाऊ है। दो-दो हजार रुपये की योजना के कारण किसानों के वोट खरीद लिए गए। मैं मानता हूं कि मेरे देश का किसान बिकाऊ नहीं हो सकता। ऐसी बात कहकर देश के करीब 15 करोड़ किसान परिवारों को अपमानित किया गया है।
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विपक्षी दलों द्वारा मीडिया पर उठाए गए सवालों पर भी पीएम मोदी ने कांग्रेस का घेराव किया। मोदी बोले कि ये तब कहा गया कि मीडिया के कारण हम चुनाव जीत गए। क्या मीडिया बिकाऊ है। तो क्या जिन राज्यों में हमारी सरकार नहीं है, उनमें भी यही लागू होता है। क्या तमिलनाडु और केरल में भी यही लागू होगा। पीएम ने कहा कि हमें गर्व होना चाहिए कि भारत की चुनाव प्रक्रिया विश्व में भारत की प्रतिष्ठा को बढ़ाने का एक बहुत बड़ा अवसर होती है। इस अवसर को हमें खोना नहीं चाहिए।
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प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस की कुछ न कुछ ऐसी समस्या है कि ये विजय को भी नहीं पचा पाते और 2014 के बाद मैं देख रहा हूं कि ये पराजय को भी स्वीकार नहीं कर पाते। पीएम ने कहा कि इस बार चुनाव के वातावरण को डिरेल करने का माहौल बनाया गया। वीवीपैट पर भी सवाल उठाए गए, लेकिन ऐसा करने से ईवीएम की ताकत और बढ़ी।
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One Nation, One Election का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि चुनाव प्रक्रिया में सुधार होते रहे हैं और होते रहने चाहिए। खुले मन से इस पर चर्चा होनी चाहिए, लेकिन बिना चर्चा के ये कह देना कि हम एक देश-एक चुनाव के पक्ष में नहीं हैं, कम से कम चर्चा तो करनी चाहिए। ये समय की मांग है कि देश में कम से कम मतदाता सूची तो एक हो।
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पीएम ने आगे कहा कि आप जब थे तो आधार महान था और जब हमने आधार से भ्रष्टाचार कम करने की कोशिश की, तो आपको उससे दिक्कत होने लगी। यहां तक की जीएसटी, ईवीएम, डिजिटलाइजेशन हो या भीम ऐप सबका विरोध, हर चीज में नकारात्मकता। पीएम ने आगे कहा कि आपको OLD INDIA चाहिए क्यों ? वो ओल्ड इंडिया चाहिए, जहां पत्रकार वार्ता में कैबिनेट के निर्णय को फाड़ दिया जाए, जहां पूरी नौसेना को सैर- सपाटे के लिए इस्तेमाल किया जाए। वो ओल्ड इंडिया चाहिए जहां जल थल और नभ हर जगह घोटाले ही घोटाले हों क्यों भाई ? पीएम ने कहा कि देश की जनता हिन्दुस्तान को पुराने दौर में ले जाने के लिए कतई तैयार नहीं है।
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चमकी बुखार का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यह हमारे लिए शर्म और दुख की बात है। हमें इसे गंभीरता से लेना होगा। पीएम ने कहा कि चमकी बुखार के संकट से बाहर निकालने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री के संपर्क में हैं और हमारे स्वास्थ्य मंत्री भी नजर बनाए हुए हैं। वहीं, जम्मू-कश्मीर समस्या का बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हमारा मानना है कि सरदार साहब अगर देश के पहले प्रधानमंत्री होते तो शायद आज देश में जम्मू -कश्मीर की समस्या नहीं होती, हिंदुस्तान के गावों की आज जो जद्दोजहद है वो भी न होती। उन्होंने कहा कि सरदार साहब को कांग्रेस ने देश का पहला गृहमंत्री बनाया था, वो पक्के कांग्रेसी थे। लेकिन मैं हैरान हूं कि जब गुजरात में चुनाव होते हैं, तो वो कांग्रेस के पोस्टर में नजर आते हैं, लेकिन देश भर में कहीं नजर नहीं आते।उन्होंने कहा कि सरदार साहब के सम्मान में हमने जो स्टैचू ऑफ यूनिटी बनाया हैं, मैं आग्रह करूंगा कि कांग्रेस के सबसे बड़े नेता एक बार तो वहां जाकर श्रद्धा सुमन अर्पित करके आएं। मैं गुलाम नबी जी से भी अनुरोध करूंगा 'कुछ दिन तो गुजारिये गुजरात में'।
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पीएम ने कहा कि अपराध होने पर उचित रास्ता कानून और न्यायिक प्रकिया से निकलना चाहिए। गुड टेररिज्म और बेड टेररिज्म से दुनिया को बहुत नुकसान हुआ है। हिंसा की घटनाएं चाहे झारखंड में हो, असम में हो या पश्चिम बंगाल में हो, हमारा एक मानदंड होना चाहिए। तभी हम हिंसा को रोक पाएंगे। मोदी ने कहा कि झारखंड को मॉब लिंचिंग का अड्डा बताया गया। युवक ही हत्या का दुख मुझे भा है और सबको होना भी चाहिए। दोषियों को सजा भी मिलनी चाहिए, लेकिन इसके लिए एक पूरे राज्य को दोषी बताना, क्या ये शोभा देता है। उन्होंने कहा कि सबको कटघरे में लाकर राजनीति तो कर लेंगे, लेकिन हालात नहीं सुधरेंगे।