लखनऊ, संतोष कुमार। बीते दो दिनों से देशभर के पासपोर्ट दफ्तर में काम करने वाले कर्मचारी आंदोलनरत हैं। भारत सरकार ने अगर उनकी मांगे नहीं मानी तो 29 अगस्त को देशभर के पासपोर्ट दफ्तरों पर हड़ताल होगी। अपनी मांगों को मनवाने के लिए देशभर के पासपोर्ट दफ्तरों पर कर्मचारी दो दिन से प्रदर्शन कर रहे हैं। इस दो दिवसीय प्रदर्शन के बाद पासपोर्ट कर्मचारियों ने 29 अगस्त को एक दिवसीय हड़ताल कर देशभर के पासपोर्ट दफ्तरों में काम न करने की चेतावनी दी है।
बीते महीने से अपनी मांगों को मनवाने के लिए एकजुट हो रहे देश भर के पासपोर्ट दफ्तर में काम करने वाले कर्मचारी अब हड़ताल करने के रास्ते पर जा रहे हैं। बीती 30 और 31 जुलाई को पासपोर्ट दफ्तरों में काली पट्टी बांधकर हुए प्रदर्शन के बाद अब सोमवार, मंगलवार को कर्मचारियों ने दफ्तर के गेट पर प्रदर्शन किया। ऑल इंडिया पासपोर्ट स्टाफ एसोसिएशन ने मांग की है कि 12 फरवरी 2019 को पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के द्वारा दिए गए आश्वासनों को पूरा किया जाए। कैडर रिव्यू हो। रिक्वेस्ट ट्रांसफर की व्यवस्था लागू की जाए। डिपार्टमेंटल एग्जाम रेगुलर किया जाए और विदेश मंत्रालय में पासपोर्ट कार्यालय को मर्ज किया जाए।
इसके साथ ही पासपोर्ट कर्मचारियों की विदेश में भी पोस्टिंग शुरू हो। ऐसे ही 13 मांगों को लेकर ऑल इंडिया पासपोर्ट स्टाफ एसोसिएशन देशभर में एकजुट हो रहा है। दो दिन तक देशभर के रीजनल पासपोर्ट दफ्तर पर प्रदर्शन के बाद अब एसोसिएशन ने 19 अगस्त से वर्क टू रूल का निर्णय लिया है। यानी नियम के मुताबिक जितने घंटे का काम होगा उतने ही वक्त काम किया जाएगा। बता दें कि स्टाफ की कमी के चलते देशभर में पासपोर्ट के दफ्तरों पर कर्मचारी तय समय के बाद भी काम करते हैं और शनिवार के दिन भी कई बार लंबित फाइलों को निपटाने के लिए दफ्तर खोले जाते हैं। 19 अगस्त से कर्मचारी नियमों के हिसाब से ही काम करेंगे। भारत सरकार के द्वारा मांग नहीं मानी गई तो 29 अगस्त को देशभर के पासपोर्ट कार्यालय में हड़ताल रहेगी उग्र प्रदर्शन किया जाएगा।