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गोरखपुर: सस्ते इलाज के नाम पर मरीजों से नर्सिंग होम में ठगी, ADM से शिकायत के बाद भागे संचालक
गोरखपुर में मरीजों को सस्ते इलाज के नाम पर नर्सिंग होम में भर्ती कराने का मामला सामने आया है. यही नहीं, मरीज जब नर्सिंग होम में पैसे नहीं दे पाया तो उसे जाने नहीं दिया गया.
गोरखपुर. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जिले गोरखपुर में निजी अस्पतालों और दलालों की मिलीभगत सामने आई है. यहां आसपास के शहरों और ग्रामीण इलाके से आने वाले मरीज के परिजनों को अपने जाल में फंसाकर नर्सिंग होम में भर्ती कराने का गोरखधंधा फल-फूल रहा है. मेडिकल कॉलेज और आसपास के एरिया में मौजूद दलाल वहां पर इलाज के लिए आने वाले मरीजों को अपने जाल में फंसाते हैं और ऐसे नर्सिंग होम में पहुंचा देते हैं, जहां मरीज और तीमारदारों का सब कुछ लुट जाता है.
दरअसल, न्यू लोटस अस्पताल में गुरुवार रात भर्ती मरीज और तीमारदार जब इलाज के नाम पर मांगी गई रकम को नहीं दे पाए तो उन्हें रोक लिया गया. प्रशासनिक अधिकारी से जब इसकी शिकायत की गई तो नर्सिंग होम संचालक फरार हो गए. बताया जा रहा है कि गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज से केजीएमयू के लिए रेफर हुए मरीज को दलालों ने अपने जाल में फंसा लिया और सस्ते इलाज का झांसा देकर कैंट थाना इलाके के पैडलेगंज स्थित न्यू लोटस अस्पताल में भर्ती करा दिया था. मरीज के इलाज के नाम पर अस्पताल संचालक ने तीमारदारों से मोटी रकम ऐंठ ली.
कुशीनगर के रहने वाले बाबूलाल कुशवाहा ने एडीएम राजेश कुमार से इशकी शिकायत की. शिकायत के बाद एडीएम फाइनेंस दल बल के साथ न्यू लोटस अस्पताल पहुंचे और पीड़ित मरीज को छुड़ाया. एडीएम ने इसकी सूचना जिलाधिकारी को देते हुए सीएमओ और पुलिस को भी दी. हालांकि, इस दौरान अस्पताल के संचालक फरार हो गए.
बाबूलाल ने बताया कि उनकी मां राजमती देवी को सांस लेने में दिक्कत आ रही थी. उनका मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा था. डॉक्टरों ने उन्हें वहां से रेफर कर दिया, तो बाहर चार जालसाज मिले. जालसाजों ने सस्ते इलाज के नाम पर न्यू लोटस अस्पताल में लाकर फंसा दिए. बाबूलाल ने बताया कि संचालक ने उनसे पहले 30 हजार रुपये ले लिए और फिर 70 हजार रुपये की डिमांड की जा रही थी.
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