Health Department Negligence in Saharanpur: झोलाछाप डॉक्टर स्वास्थ्य विभाग को पलीता लगाते नजर आ रहे हैं. झोलाछाप चिकित्सक सड़क किनारे पेड़ पर ग्लूकोस की बोतल टांगकर मरीजों का इलाज कर रहे हैं, तो कहीं छप्पर के नीचे बैठकर मरीजों का इलाज करते नजर आ रहे हैं. इन झोलाछाप चिकित्सकों को ना तो कोरोना वायरस का डर है, ना डेंगू का डर है और ना ही मलेरिया का डर है. मरीज को खुली जगह में पेड़ के नीचे इलाज करते यह झोलाछाप चिकित्सक नहीं जानते कि मरीज को इंफेक्शन होगा या नहीं, उनका इससे कोई लेना देना नहीं है, उन्हें तो सिर्फ भोले भाले लोगों को ठगना आता है, हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने इस पर कार्रवाई की बात कह रहा है.
वीडियो सामने आने के बाद जांच के आदेश
आपको बता दें कि, बेहट थाना क्षेत्र के कलसिया क्षेत्र में एक चिकित्सक की दुकान के बाहर हैरान कर देने वाली तस्वीरें सामने आई है, जिसमें कि आप साफ तौर पर देखते हैं कि, एक झोलाछाप चिकित्सक के यहां पेड़ के नीचे ग्लूकोस की बोतल टांग कर मरीजों का इलाज करते हुए नजर आ रहे हैं. इतना ही नहीं हाईवे पर बनी पंचर की दुकान के अंदर भी मरीजों को लिटाकर उनका इलाज किया जा रहा है, तस्वीरों में आप साफ देख सकते हैं कि किस तरह से ग्लूकोज की बोतलों को पेड़ से बांधकर इत्मीनान से मरीजों का इलाज कर रहे हैं, हालांकि इस वक्त डेंगू , मलेरिया और वायरल जैसे बुखार से पीड़ित मरीजों की संख्या में देखने को इजाफा मिल रहा है, एक ओर स्वास्थ्य विभाग इसे काबू करने में लगा हुआ है, तो वहीं दूसरी ओर इस तरह की तस्वीरें आना अपने आप में काफी हैरान कर देने वाली है. हालांकि, इस मामले में पहले तो स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कुछ भी कहने से कन्नी काटते नजर आ रहे थे, लेकिन जैसे ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुई उसके बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया, मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने इसके जांच के आदेश दे दिए हैं.
सीएमओ ने कहा टीम को जांच के लिए लगाया गया
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर संजीव मांगलिक का कहना है कि, पूरे मामले की जांच कराई जा रही है और एक टीम को इसके लिए लगा भी दिया गया है, जांच के बाद जो भी चीजें सामने आएंगी उस पर कार्रवाई की जाएगी.
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