नई दिल्ली, एबीपी गंगा। निर्भया मामले में पटियाला हाउस कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाते हुये दोषियों के खिलाफ डेथ वारंट जारी कर दिया। निर्भया के माता-पिता की ओर से दायर डेथ वारंट याचिका पर दिल्ली की कोर्ट ने फैसला सुनाया है। सुनवाई के दौरान माता-पिता की ओर से कोर्ट में गुजारिश की गई थी कि चारों दोषियों अक्षय, मुकेश, विनय और पवन को फांसी देने को लेकर डेथ वारंट जारी किया जाए। दूसरी ओर दोषियों के वकील एपी सिंह की ओर से कोर्ट में कहा गया कि वह सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव पेटिशन दायर करने की प्रक्रिया में जुटे हैं। कोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि दोषियों को 22 जनवरी को सुबह सात बजे फांसी दी जाए।
इससे पहले निर्भया के वकीलों ने सुनवाई के दौरान मांग की कि डेथ वारंट जारी किया जाए, उसके बाद भी 14 दिन का समय होता है, तब तक दोषी चाहें तो कानूनी मदद ले सकते हैं। सुप्रीम कोर्ट के कई मामलों में इस तरह की ऑब्जरवेशन रही है। अब इस पर फैसला सुनाया जाएगा। वहीं, दोषी मुकेश की मां कोर्ट में रोई तो निर्भया की मां ने कहा हम भी कई साल से रो रहे हैं।
निर्भया के साथ हुआ था सामूहिक दुष्कर्म
गौरतलब है कि दिल्ली में सात साल पहले 16 दिसंबर की रात को एक नाबालिग समेत छह लोगों ने एक चलती बस में 23 वर्षीय निर्भया के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया था और उसे बस से बाहर सड़क के किनारे फेंक दिया था। इस दरिंदगी के बारे में जिसने भी पढ़ा-सुना उसके रोंगटे खड़े हो गए। इस घटना के बाद पूरे देश में प्रदर्शन हुए और महिला सुरक्षा सुनिश्चित करने को लेकर आंदोलन शुरू हो गया था।
इस मामले के चार दोषी विनय शर्मा, मुकेश सिंह, पवन गुप्ता और अक्षय कुमार सिंह को मृत्युदंड सुनाया गया। एक अन्य दोषी राम सिंह ने 2015 में तिहाड़ जेल में कथित रूप से आत्महत्या कर ली थी और नाबालिग दोषी को सुधार गृह में तीन साल की सजा काटने के बाद 2015 में रिहा कर दिया गया था।