पौड़ी: उत्तराखंड के पौड़ी जिले में कुछ अज्ञात असामाजिक तत्वों ने जंगलों में आग लगा दी है. आग की चपेट में आने की वजह से जंगल जल रहे हैं. वन संपदा और वन्य जीवों को बचाने के साथ-साथ इस तरह की घटनाओं पर अंकुश लग पाए इसके लिए पुलिस प्रशासन लोगों से अपील कर रहा है. पुलिस प्रशासन की तरफ से कहा गया है कि जो भी असामाजिक लोग जंगल में आग लगा रहे हैं उसकी सूचना आम लोग पुलिस को देने में पूरा सहयोग करें जिससे पुलिस इन तत्वों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर सके.


गोपनीय रखा जाएगा नाम
सतपुली थानाध्यक्ष संतोष पैथवाल ने एक वीडियों के जरिए लोगों से अपील की है कि जंगलों में आग की घटनाओं को रोकने के लिए उन असामाजिक तत्वों का पकड़ा जाना बेहद जरूरी है जो प्राकृतिक संपदा को आग के हवाले कर रहे हैं. आग की वजह से जंगलों में रहने वाले पक्षी और तमाम वन्य जीवों पर भी संकट आ गया है. असामाजिक तत्वों के बारे में जानकारी देने वाले शख्स का नाम गोपनीय रखा जाएगा.


केंद्र सरकार ने की मदद
उत्तराखंड में वनों की आग थमने का नाम नहीं ले रही है. जहां एक ओर राज्य सरकार के तमाम इंतजाम नाकाफी साबित हो रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर केंद्र की तरफ से भेजे गए भारतीय वायुसेना के चॉपर आग बुझाने के अभियान में जुट गए हैं. केंद्र की तरफ से भेजे गए दोनों एयरफोर्स के चॉपर में से एक टिहरी झील से पानी भरकर जंगलों की आग बुझाने में जुटा है. इस अभियान में वन विभाग, पुलिस प्रशासन, फायर और एयरफोर्स की टीमें साथ मिलकर काम कर रही हैं.


आग लगने की 1039 घटनाएं हो चुकी हैं
गौरतलब है कि, पिछले 24 घंटे में उत्तराखंड में 68 हेक्टेयर वन क्षेत्र जलकर खाक हो गया है. उत्तराखंड में पिछले एक सप्ताह से जंगल में आग लगने की घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि हुई है. आग बुझाने में हेलीकॉप्टर की मदद ली जा रही है. विजिबिलिटी कम होने के कारण दिक्कतों का भी सामना करना पड़ रहा है. अब तक आग लगने की 1039 घटनाएं हो चुकी हैं.


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