Pauri Garhwal: उत्तराखंड (Uttarakhand) के पौड़ी में गुलदार की सक्रियता वन विभाग की नींद उड़ा रही है. रिहायशी इलाकों में गुलदार की सक्रियता ने लोगों में भय का माहौल बना दिया है. कुछ दिन पहले ही एक गुलदार शावक को वन विभाग (Uttarakhand Forest Department) ने पकड़ा था जिसके बाद से ही अन्य गुलदार की सक्रियता रिहयशी क्षेत्रों में बढ गई है. स्थानीय लोगों और वन विभाग को अंदेशा है कि ये वही मादा गुलदार है जिसकी सक्रियता काफी पहले से क्षेत्र में बनी हुई है.


इस वजह से हो सकती है आक्रामक
हर बार स्थान परिवर्तन करने के कारण ये मादा गुलदार उनके हत्थे नहीं चढ़ पाई जबकि मादा गुलदार और उसके शावक को पकड़ने के लिए वन विभाग ने खूब प्रयास भी किए. अब जब एक गुलदार शावक वन विभाग के पिंजरे में मुश्किल से कैद हो पाया तो अन्य 2 गुलदारों की सक्रियता पौड़ी के रिहायशी इलाकों में बढ़ गई है. वन विभाग को अंदेशा है कि मादा गुलदार ने अब अपने शावक की तलाश में भटकना शुरू कर दिया है जो आक्रामक भी हो सकती है.


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मवेशियों को निशाना बना चुकी है गुलदार
गुलदार ने अब तक 2 मवेशियों को भी अपना निवाला बनाया है जिससे क्षेत्र में भय का माहौल है. गुलदार की सक्रियता बढ़ जाने के बाद वन क्षेत्राधिकारी ने विभाग की टीम के साथ कई क्षेत्रों में पिंजरे लगा दिए हैं जबकि वन विभाग की टीम रात्रि गश्त कर गुलदार की सक्रियता पर नजर बनाए हुए है ताकि वो किसी भी तरह से जनहानि ना पहुंचा पाए.


वन अधिकारी ने क्या बताया
गुलदार की सक्रियता को लेकर पौड़ी के वन क्षेत्राधिकारी अनिल भट्ट का कहना है कि वो अपने भोजन के लिए आवारा पशुओं को निशाना बनाएगी जिससे घबराने की जरूरत नहीं है. हमारा उद्देश्य ये है कि जनहानि ना होने पाए. कल भी हमनें एक पिंजरा लगाया लेकिन वो वहां पर नहीं दिखाई दी. अब जानकारी के अनुसार बैंजवाड़ी मोहल्ले में टीम को गश्त के लिए भेजा जाएगा और कोशिश की जाएगी की इस प्रकार की घटना फिर से ना हो.


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