Pauri News: पौड़ी में मानूसन सीजन से निपटने के लिए जिला प्रशासन की आईआरएस टीम ने अब अपनी जिम्मेदारी तय कर ली है. मानसून सीजन में पैदा होने वाले आपदा के विकट हालातों से निपटने के लिए सभी विभागों को जिलाधिकारी ने अहम जिम्मेदारी तय करते हुए महत्वपूर्ण निर्देश दिए हैं. वहीं आपदा राहत बचाव कार्य में तेजी के लिए जिला प्रशासन ने जिले की समस्त तहसीलों में 684 लोगों को आपदा का प्रशिक्षण दिया है.
जिलाधिकारी की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक रखी गई
दरअसल मानसून सीजन से निपटने के लिए विभागों के लिए कुछ तैयारियां की गई है इसको लेकर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक समीक्षा बैठक रखी गई. लेकिन इस महत्वपूर्ण बैठक से 5 विभागों के अधिकारी नदारद रहे जिस पर जल निगम, विद्युत विभाग के साथ ही मत्सय, एनएच धुमाकोट और पशुपालन विभाग के अधिकारियों को बैठक से अनुपस्थित रहने पर कारण बताओं नोटिस जारी किए गए हैं. वहीं मानूसन तैयारियों पर की गई बैठक में जानकारी देते हुए लोक निर्माण विभाग ने बताया कि जिले में 80 लैंडस्लाईड जोन ऐसे हैं जिन पर मलबा और बोल्डर सडकों पर आ जाने से सड़कें मानसून सीजन में बार बार बाधित रहती है. ऐसे में सड़कों को खोलने के लिए इस बार 35 जेसीबी अलग-अलग स्थानों पर लगाए गए हैं जो कि बाधित सड़कों को खोलने का कार्य तेजी के साथ करेंगे.
जिला प्रशासन ने 84 लोगों को आपदा का प्रशिक्षण दिया
जिलाधिकारी ने सीओ पौड़ी से एसडीआरएफ टीम की जानकारी ली जिसमें बताया गया कि एसडीआरएफ की तीन टीमें जो कि कोटद्वार श्रीनगर और सतपुली में तैनात है. उन्हें मानसून सीजन को लेकर चौकन्ना कर दिया गया है. जिलाधिकारी ने सीओ को निर्देश दिए कि जिले में तीन और संवेदशील क्षेत्रों में एसडीआरएफ टीमो को तैनात किया जाए जिससे आपदा राहत बचाव कार्य बिना देरी किए पूरा हो सके. वहीं आपदा राहत बचाव कार्य में तेजी आए इसके लिये जिला प्रशासन ने जिले की समस्त तहसीलों में 684 लोगों को आपदा का प्रशिक्षण दिया है.
जिलाधिकारी ने जिला पूर्ति विभाग को सभी तहसीलों को फूड पैकेट पहुंचाने के निर्देश दिये हैं. साथ ही सीएमओ को निर्देश दिये हैं कि अस्पतालों में मानसून सीजन के दौरान भी चिकित्सकों की पूर्ण व्यवस्था के साथ ही बैड की समुचित व्यवस्था की जाए. वहीं जल संस्थान को बैठक में निर्देश दिए गए हैं कि वे मानसून सीजन के दौरान क्षतिग्रस्त पेयजल लाइनों पर मरम्मत का कार्य शुरू करें. जिलाधिकारी ने बताया कि मानसून सीजन में किसी तरह की कोताही बर्दाशत नहीं की जायेगी सभी अधिकारी कंट्रोल रूम से सम्पर्क स्थापित कर अपने अपने क्षेत्र में हालातों की पूर्ण जानकारी साझा करेंगे.