Uttarakhand Assembly Election 2022: पौड़ी में विधानसभा चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न करवाने के लिए चुनाव आयोग के पर्यवेक्षक अब राजनीतिक दलों के साथ बैठक कर उन्हें चुनाव सपन्न होने तक शांति व्यवस्था को इसी प्रकार बनाये रखने की अपील कर रहे हैं. जिससे कोरोना दौर में चुनाव सुव्यवस्थित ढंग से सपन्न हो सके. दरअसल अब 1 फरवरी से प्रदेश में चुनावी जनसभाएं शुरू होने के पूरे आसार हैं जिसमे अधिकतम 500 व्यक्ति जनसभा में शामिल हो सकेंगे.


कैसे कर सकेंगे चुनावी कार्यक्रम
ऐसे में जनसभा को किस प्रकार से आयोजित किया जाए और चुनाव के मद्देनजर राजनीतिक दल अपना प्रचार प्रसार किस प्रकार करें इसकी राजनीतिक दलों को बारीकी से जानकारी दी गई है. राजनीतिक दलों को बताया गया कि डोर टू डोर कैम्पेन से लेकर चुनावी जनसभाओं को आयोजित करने के लिये पहले उन्हें रिटर्निंग अधिकारी से अनुमति लेना अनिवार्य होगा जिसमें स्पष्ट जानकारी उपलब्ध करवानी होगी. अनुमति मिलने के बाद ही वे इस प्रकार के चुनावी कार्यक्रम आयोजित कर सकेंगे.


आचार संहिता-कोविड प्रोटोकॉल का रखना होगा ध्यान
चुनावी प्रचार प्रसार में लगे वाहनों को भी अब अपने बीच आधे घंटे का अंतराल रखना होगा. चुनाव पर्यवेक्षक डा. पार्थ सारथी मिश्रा ने कहा कि निर्वाचन से संबंधित किसी भी प्रकार की शंका, समाधान और सुझाव वे अपने रिटर्निंग अधिकारी और निर्वाचन विभाग और निर्वाचान अधिकारी से प्राप्त कर सकते हैं. जिससे कोई संदेह न हो. उन्होंने बताया कि चुनाव में सभी को आर्दश आचार संहिता और कोविड प्रोटोकॉल का अनिवार्य रूप से ध्यान रखना होगा


मतदान प्रतिशत बढ़ाने पर जोर
निर्वाचन को शांतिपूर्ण पारदर्शिता, गोपनियता और व्यवस्थित तरीके से सम्पादित कराने में भी अपना सहयोग देना होगा. इस चुनाव में पिछले चुनाव के मुकाबले मतदान प्रतिशत को और अधिक बढाने पर भी जोर दिया जा रहा है जिसके लिए जागरूकता कैंपेन बढाने को कहा गया है.


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