लखनऊ, शैलेश अरोड़ा। यूपी पीसीएस-जे 2018 की परीक्षा में लखनऊ की अनुजया कृष्णा ने 8वां स्थान हासिल कर राजधानी का नाम रोशन किया है। अनुजया ने यह सफलता किसी कोचिंग से तैयारी करके नहीं, बल्कि सेल्फ प्रिपरेशन से हासिल की है। अनुजया, ज्यूडिशरी में रहकर अंडर प्रिविलेज्ड बच्चों और युवाओं के लिए काम करना चाहती है। इनका मानना है कि पब्लिक सर्विस जैसा दूसरा कोई प्रोफेशन नहीं।


देशसेवा के लिए की वतन वापसी:

गोमतीनगर निवासी अनुजया ने एक लंबा समय विदेश में बिताते हुए पढ़ाई से लेकर नौकरी तक की, लेकिन अपने वतन के लिए कुछ करने का जज्बा उन्हें वापस भारत ले आया। अनुजया ने स्कॉलरशिप पर जर्मनी से LLM करने के बाद सिंगापुर में नौकरी की। इसके बाद 2017 में भारत वापस लौटीं। ज्यूडिशरी में आने की तैयारी के साथ अनुजया एक सेंट्रल यूनिवर्सिटी में गेस्ट लेक्चर भी लेती रही। अनुजया कहती हैं कि भारत में जज की बहुत कमी है, ऐसे में उनको लगा कि वो भारत में रहकर सेवा करें।



प्रॉपर स्ट्रेटेजी ने दिलाई सफलता:

अनुजया के अनुसार, जीत की तैयारी का पहला कदम परीक्षा को समझना होता है। इसके लिए पुराने क्वेश्चन पेपर से तैयारी की। जनरल नॉलेज के बेसिक्स के लिए न्यूज़ पेपर्स को पढ़ा। मेन्स की तैयारी के लिए मॉडल क्वेश्चन पेपर्स से तैयारी करने के साथ हर दिन मां ने टाइम टेबल बनाया। इसके बाद मॉक इंटरव्यूज से काफी मदद मिली।


गांधी जी की बात को बनाया जीवन का फलसफा:

ज्यूडिशरी के वर्तमान हालात को देखते हुए अनुजया कहती हैं कि वो गांधी जी की कही एक बात को जीवन का फलसफा मानती है- 'Be the change that you want to see in the world।' इनके अनुसार कांस्पीरेसी और प्रॉब्लम्स सभी जगह हैं। इनसे डरना नहीं चाहिए। जब वो सिंगापुर छोड़ कर आई तो कई दोस्त रिश्तेदारों ने उसे गलत फैसला बताया। कई बार डिमोटिवेट किया, लेकिन वो घबराई नहीं और इस सफलता के मुकाम पर पहुंचीं।


माता पिता को देती है सफलता का श्रेय:

अनुजया की मां डॉ. अनुपमा श्रीवास्तव IT कॉलेज के इकोनॉमिक्स विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर हैं, जबकि पिता वीके श्रीवास्तव सिविल सर्विसेज की तैयारी कराते हैं। छोटे भाई अनुजय ने हाल ही में 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण की है। अपनी सफलता का श्रेय अनुजया अपने परिवार को देती हैं।



पीसीएस जे-18 के टॉप -5



  1. गोंडा की आकांक्षा तिवारी ने टॉप किया

  2. दूसरा स्थान नैनीताल के हरिहर गुप्ता ने हासिल किया

  3. आजमगढ़ के प्रतीक त्रिपाठी तीसरे स्थान पर रहे

  4. गाजियाबाद की एकाग्रता सिंह को चौथा मिला

  5. गोंडा के गंधर्व पटेल को पांचवां स्थान मिला