SDM ज्योति मौर्य से अफेयर के बीच मनीष दुबे बोले- 'स्कूल टीचर या क्लर्क होते तो नहीं होती खबर'
PCS Jyoti Maurya: बरेली की एसडीएम ज्योति मौर्य से अफेयर को लेकर सुर्खियों में आए जिला होम कमांडेट मनीष दुबे की पूरे विवाद पर प्रतिक्रिया सामने आई हैं. उन्होंने आलोक मौर्य के आरोपों पर भी जवाब दिया.
PCS Jyoti Maurya Case: इन दिनों बरेली (Bareilly) की एसडीएम ज्योति मौर्य (SDM Jyoti Maurya) और उनके पति आलोक मौर्य (Alok Maurya) के बीच का विवाद सोशल मीडिया (Social Media) पर छाया हुआ है. दोनों तरफ से एक दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं. जहां पति आलोक मौर्य अपनी पत्नी को पढ़ाने-लिखाने का दावा कर रहे हैं तो वहीं ज्योति मौर्य ने पति पर दहेज उत्पीड़न और झूठ बोलकर शादी करने का आरोप लगाया है. जिसके बाद सोशल मीडिया पर कई तरह की प्रतिक्रियाएं भी देखने को मिल रही है, इन तमाम विवादों के बीच ज्योति मौर्य से अफेयर को लेकर चर्चा में आए जिला होम कमांडेंट मनीष दुबे (Manish Dubey) का बयान सामने आया है.
हिन्दी अखबार हिन्दुस्तान की एक रिपोर्ट के अनुसार जिला कमांडेट मनीष दुबे का ये बयान ऑफिशियल नहीं है. उन्होंने कथित तौर पर ऑफ द कैमरा इस मुद्दे पर कई बातें कही हैं. एक निजी चैनल ने हिडेन कैमरे पर उनके बयान को रिकॉर्ड कर लिया. जिसमें वो ज्योति मौर्य उनके पति को लेकर कई तरह की बातें कहते दिख रहे हैं. वो इस मुद्दे को लेकर काफी परेशान भी दिखाई दिए. उन्होंने आलोक का नाम लिए बिना कथित तौर पर कहा, "जो ज्योति मौर्य को पढ़ाने-लिखाने की बात कर रहा है वो ये तक नहीं बता सकता कि यूपीएससी में कितने पेपर होते हैं. पढ़ाने-लिखाने का मतलब बचपन से होता है. आज जहां हम बैठे हैं वहां कोई किसी को बना सकता है क्या?"
ज्योति मौर्य प्रकरण पर कही ये बात
हिन्दुस्तान की रिपोर्ट के अनुसार मनीष दुबे ने कहा, "जो कह रहा है कि पढ़ाया लिखा, वो ये तक नहीं बता सकता कि कितने पेपर होते हैं. कितने ऑप्शनल पेपर होते हैं. इस मामले को इतना बढ़ा चढ़ा दिया गया कि..." उन्होंने आगे कहा, "अगर हम नॉर्मल स्कूल टीचर या क्लर्क होते तो ये कोई खबर नहीं होती. यहां बैठना ही गुनाह हो गया है. हम लोगों ने यूपीएससी की तैयारी की वो बड़ा गुनाह हो गया है. मैं सॉफ्टवेयर इंजीनियर था अब लगा रहा है कि फालतू में यहां फंस गया. उन्होंने कहा, मैं सीधी साधे मध्यम वर्गीय परिवार से हूं. मेरे पिता जी इन सब चीज़ों को, मेरे घर में..."
मनीष दुबे आगे आलोक मौर्य का नाम लिए बिना कहते है, "जब ये पहले आया तो ही पूछ लेना चाहिए था. ज्योति या मुझसे पूछ लिया जाता. ऐसा नहीं है कि मैंने बात नहीं की. हम ये ऑन कैमरा नहीं बोल सकते ये हमारी मजबूरी है. ये हमारे कंडक्ट रूल में आता है. मैं जिम्मेदार पद पर हूं, नॉन गजटेड कर्मचारी कुछ भी बोल सकता है. "
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