Uttarakhand Road: उत्तराखंड (Uttarakhand) के पहाड़ी जिलों में सड़कों की समस्या,अधूरे और टूटे-फूटे मार्गों की हालत से सभी परिचित हैं. अब सड़कों (Road) की खराब हालत को लेकर लोगों का आक्रोश भी नजर आने लगा है. कांडा तहसील अंतर्गत कांडा-मंतोली मोटरमार्ग का कार्य पूरा ना होने से नाराज कांडा के ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट (collectorate) में प्रदर्शन किया. ग्रामीणों ने डीएम को ज्ञापन देकर अधूरे पड़े मोटरमार्ग का कार्य पूरा करवाने की मांग की है. इतना ही नहीं 2 किलोमीटर का निर्माण कार्य शीघ्र पूरा ना होने पर लोगों ने आंदोलन की चेतावनी भी दी है.
हादसे का भय
कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन के दौरान कांडा के ग्रामीणों ने बताया कि कांडा से मंतोली तक 8 किलोमीटर मोटरमार्ग 2008 में स्वीकृत हुआ था, जो अब तक पूरा नहीं हो सका है. वर्ष 2017 में 6 किलोमीटर मोटरमार्ग का कार्य पूरा हुआ था, इसमें डामरीकरण भी हो गया है, लेकिन शेष 2 किलोमीटर का कार्य अधूरा छोड़ दिया गया है. ग्रामीणों ने कहा कि इससे लोगों को आवागमन करने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है. लोक निर्माण विभाग 3 साल बाद भी 2 किलोमीटर सड़क का कार्य पूरा नहीं कर सका है. टूटी और कच्ची सड़क पर दुर्घटनाओं का भय बना रहता है.
लोगों को हो रही है परेशानी
ग्रामीणों ने कहा कि मोटरमार्ग का कार्य पूरा ना होने से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. कई गांव सड़क सुविधा से छूट गए हैं. सड़क तक पहुंचने के लिए लोग पैदल चलने को मजबूर हैं. बुजुर्ग और बीमारों के लिए ये मुसीबत का कारण बना हुआ है. लोग समय पर अपने घरों में नहीं पहुंच पा रहे हैं. इसी मार्ग पर गोलू देवता का भी मंदिर हैं. यहां श्रृद्धालुओं की भीड़ रहती है. दर्शन के लिए मंदिर आने वालों को भी पैदल चलना पड़ता है. वहीं, जिलाधिकारी ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया है कि जल्द ही शेष 2 किलोमीटर मार्ग का कार्य पूर्ण करवा दिया जाएगा.
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