मेरठ, एबीपी गंगा। जागृति विहार में नीरजा आनंद कोठी में बच्चियों से यौन शोषण करने के आरोपी विमल चंद और वीडियो से ब्लैकमेल करने वाले आशु कन्नौजिया को कबूलनामे के साथ पुलिस ने कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने दोनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। आरोपी की हैवानियत से लोग इतने गुस्से में थे कि कोर्ट से बाहर निकलते ही दोनों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया। पुलिस ने भीड़ से बचाते हुए कड़ी सुरक्षा में दोनों को जेल भेज दिया। जेल पहुंचने के बाद कोदियों ने दोनों की जमकर धुनाई की।


आशू कन्नौजिया ने लगाए थे कैमरे


उन्नाव के रहने वाले रिटायर्ड एलआइसी अफसर विमल चंद करील जागृति विहार के नीरजा आनंद भवन में रहता है। पत्‍नी संतोष की मौत के बाद अकेला रहता था। गतवर्ष नवंबर माह में उसने अपनी कोठी को सीसीटीवी कैमरों से कवर्ड कराया। कैमरे उसके घर पर कसेरू बक्सर के रहने वाले आशू कन्नौजिया ने लगाए थे। आशू ने सभी कैमरों को पासवर्ड से इंटरनेट कनेक्ट कर अपने मोबाइल पर ले लिया, जो विमल चंद की प्राइवेसी देखने लगा।


करने लगा ब्लैकमेल


आशू ने देखा कि विमल चंद कोठी के अंदर काम करने के लिए बुलाई जाने वाली बच्चियों को बहला-फुसला कर यौन शोषण करता है। उसने नवंबर से लेकर जनवरी तक कैमरों की फोटो अपने मोबाइल में सेव कर ली। उसके बाद विमल चंद को ब्लैकमेल किया। सौदा नहीं होने पर फोटो को मीडिया में देकर सार्वजनिक कर दिया। उसके बाद पुलिस हरकत में आई और विमल चंद और आशु कन्नौजिया को गिरफ्तार कर लिया।



बच्चियों की कराई गई काउंसलिंग


आरोपियों से पूछताछ के बाद यौन शोषण की शिकार लड़कियों को तलाशा गया। बच्चियों के 161 सीआरपीसी में बयान दर्ज हुए। फिर मेडिकल के बाद किशोर न्यायालय में उनकी काउंसलिंग की गई। बच्चियों का शनिवार को दोबारा से मेडिकल कराया जाएगा।