Pilibhit Heavy Rain: पीलीभीत में बारिश के बाद जलभराव की समस्या से जूझ रहे लोग, बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने डीएम को लिखी चिठ्ठी
यूपी के पीलीभीत में लोग बारिश के बाद जलभराव की समस्या से जूझ रहे हैं. इसको लेकर बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने डीएम को चिठ्ठी लिखी है और जल्दी व्यवस्थाओं को सुधारने की बात कही है.
Pilibhit Heavy Rain: यूपी के पीलीभीत जिले में जिला कलेक्ट्रेट परिसर के पीछे स्थित दर्जनों परिवारों को बारिश के बाद जलभराव की समस्या से जूझना पड़ रहा है. वहीं दूसरी ओर जिला कलेक्ट्रेट परिसर में कलेक्ट्रेट से गुजरने वाले रास्ते को इन आवासीय लोगों के लिए बंद करवा दिया है. जिससे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. यही नहीं जगह-जगह जलभराव होने की वजह से आवागमन बाधित है. जिस पर बीजेपी के सांसद वरुण गांधी ने डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार को चिट्ठी लिखकर जल्दी व्यवस्थाओं को सुधारने की बात कही है.
बारिश और जलभराव से लोगों को हो रही परेशानी
लगातार हो रही बारिश से जगह जगह जमा हुए जलभराव ने लोगों के लिए दिक्कतें पैदा कर दी हैं. यही हाल है पीलीभीत की जिला कलेक्ट्रेट के ठीक पीछे स्थित आवासीय क्षेत्र का है. जहां दर्जनों परिवार के घरों में खकरा नदी का जल स्तर बढ़ने की वजह से उनके घरों में घुटनों तक पानी भरा है. वहीं दूसरी ओर उनके घरों से जाने वाले मेन रास्ता जो कलेक्ट्रेट से गुजर कर जाता है उसे प्रशासनिक अमले ने पूरी तरह से बंद करा दिया है. ऐसे में लोगों को दवाई अस्पताल से लेकर स्कूल तक जाने के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इसकी वजह से लोग काफी परेशान हैं. इस पूरे मामले को संज्ञान में लेते हुए बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने जिलाधिकारी पुलकित खरे को चिट्ठी भेजकर नगर में जगह-जगह जमा हुए जलभराव की निकासी को लेकर और इस समस्या के करने की निदान की बात कही है.
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बारिश के चलते खकरा नदी का जल स्तर बढ़ा
स्थानीय निवासी धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि बे-मौसम बरसात की वजह से खकरा नदी का जल स्तर बढ़ने से घरो में जल भराव है. प्रशासन ने रास्ता बन्द कर दिया है. गांव के लोग इसी रास्ते से आते जाते थे. अब प्रशासन ने उसका रास्ता ही बंद कर दिया है. गेट न खुलने की कारण स्कूल से लेकर अस्पताल तक जाने में काफी दिक्कत हो रही है.
स्थानीय निवासी सरजीत सिंह ने बताया कि पूरे जलभराव से धान की फसल नष्ट हो गई है, स्थिति इतनी भयावय है कि रास्ते का निकास ही बंद कर दिया है. हम सबको मानो कैद कर दिया गया है. यहां 20 से 25 परिवार है रास्ता बंद कर दिया गया है. रास्ता देने की मांग पूरी नहीं हुई तो धरना देंगे.