वाराणसी: पुरातन नगरी वाराणसी अब आधुनिकता के साथ कदमताल कर रही है. प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा परियोजना का लाभ काशी के लोगों को मिल रहा है. परियोजना का लाभ मिलने की वजह से काशी उत्साहित नजर आ रही है. काशी वो शहर है जो पुरातन की पहचान माना जाता है. लेकिन, अब काशी आधुनिक हो रही है. यहां अब गृहणियां गैस सिलेंडर की झिक-झिक से दूर हैं. ऊर्जा गंगा की के तहत घरों तक पहुंची पीएनजी सेवा से जुड़कर खुद को सुरक्षित महसूस कर रही हैं. हालांकि, बिलिंग की अव्यवस्था अभी इन्हें परेशान जरूर कर रही है लेकिन बदलते दौर की व्यवस्था काशी को नया आयाम प्रदान कर रही है.


वरदान साबित हो रही है पीएनजी सेवा
बता दें कि, काशी के लोग पहले घंटों गैस सिलेंडर को लेकर परेशान रहते थे. ट्रॉली मैन का इंतजार भारी पड़ता था. अब पीएनजी सेवा लोगों के लिए वरदान साबित हो रही है. वाराणसी में ऊर्जा गंगा पर पांच वर्ष का प्रोजेक्ट चल रहा है. ये प्रोजेक्ट 2018 में ये शुरू हुआ था और 2023 तक इसे चलना है.


काशी पूरी तरह से स्मार्ट दिखाई देगी
इस प्रोजेक्ट के तहत 40 हजार परिवारों को कनेक्शन दिया जाना है और 28 हजार परिवारों तक इसे पहुंचाया जा चुका है. जिसमें बीएचयू, बरेका, भेल और पांडेयपुर क्षेत्र शामिल हैं. चार हजार घर इसका उपयोग कर रहे हैं और आगे के दिनों में 24 हजार अन्य घरों में भी कनेक्शन दिया जाना है, जिससे आने वाले दिनों में काशी पूरी तरह से स्मार्ट दिखाई देगी. गेल इंडिया इस काम को कर रहा है और इस काम को समय से पूरा कर दूसरे फेज की तैयारी भी शुरू हो गई है.


काशी बदलाव के साथ आगे बढ़ रही है
वाराणसी के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा का कहना है कि बदलती हुई काशी अब बड़े बदलाव के साथ आगे बढ़ रही है. अब यहां घरों में पाइप लाइन है और लोग समय की बचत के साथ सुरक्षा के भाव को महसूस कर रहे हैं.


ये भी पढ़ें:



वेब सीरीज 'तांडव' को लेकर अखाड़ा परिषद ने जताया एतराज, महंत नरेंद्र गिरि बोले- बर्दाश्त नहीं करेगा संत समाज


बर्फ और भीषण ठंड में ये साधु करते हैं भोलेनाथ की साधना, इस मौसम में भी केदारनाथ धाम को बना रखा है ठिकाना