Kedarnath Dham Yatra: केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) की यात्रा करने के लिये बिना ई-पास (e-pass) के पहुंच रहे यात्रियों को प्रशासन और पुलिस (Police) की ओर से बिना यात्रा कराये ही बैरंग वापस लौटाया जा रहा है. ऐसे में यात्रियों को मायूस होना पड़ रहा है. अभी तक बिना ई-पास के आये 684 और गलत ई-पास के 35 यात्री यानि कुल 719 तीर्थ यात्रियों को अलग-अलग बैरियरों से वापस लौटाया गया है.


हाईकोर्ट के निर्णय के बाद 18 सितम्बर से उत्तराखड में चारधाम यात्रा शुरू हुई है. उत्तराखंड शासन द्वारा जारी एसओपी व देवस्थानम बोर्ड द्वारा निर्धारित ई-पास के अनरूप ही केदारनाथ यात्रा का संचालन किया जा रहा है. केदारनाथ धाम की यात्रा के लिये एक दिन में अधिकतम 800 श्रद्वालुओं को ही दर्शन करने की अनुमति है. कतिपय यात्री बिना ई-पास के ही केदारनाथ धाम पर आ रहे हैं. जिनको कि जनपद रुद्रप्रयाग पुलिस द्वारा चेकिंग के दौरान बैरियरों से वापस किया जा रहा है. 


कई यात्री ई-पास को सही तरीके से नहीं भर पा रहे हैं


कई यात्रियों को अभी तक ई-पास की कोई खास जानकारी भी नहीं है. जबकि कई यात्री ई-पास को सही तरीके से नहीं भर पा रहे हैं. केदारनाथ धाम के दर्शन न करने पर यात्रियों में काफी निराशा है. यात्रियों का कहना है कि वह दर्शन करने के लिये आ रहे हैं, लेकिन ई-पास न होने के कारण उन्होंने वापस लौटाया जा रहा है. उनके पास कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट के साथ ही दो वैक्सीन लगाने का सार्टिफिकेट भी है, लेकिन फिर भी उन्हे दर्शन करने के लिये नहीं भेजा जा रहा है.


रुद्रप्रयाग पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने कहा कि उत्तराखण्ड सरकार द्वारा जारी निर्धारित एसओपी और देवस्थानम बोर्ड द्वारा निर्धारित किये गये ई-पास के अनुरूप ही यात्री श्री केदारनाथ धाम की यात्रा पर आयें. हाईकोर्ट के आदेश के बाद एक दिन में आठ सौ ई-पास जारी हो रहे हैं. जिन यात्रियों के पास ई-पास नहीं है, उन्हें वापस लौटाया जा रहा है.



यह भी पढ़ें:


UP Politics: शिवपाल यादव ने 'अब्बा जान' और 'चाचा जान' पर दिया बड़ा बयान, बोले- बदले की भावना से हो रहा है काम 


Crime News: शराबियों की खौफनाक करतूत, महज 5 रुपये के लिए बुजुर्ग दंपति पर पेट्रोल डालकर आग लगाई