नई दिल्ली,एबीपी गंगा। लोकसभा चुनाव 2019 के लिए आज का दिन बेहद खास रहा। वोटों की गिनती जैसे ही शुरु हुई भाजपा और उसके सहयोगी दलों ने बढ़त बना ली। 542 सीटों के रुझान के मुताबिक एनडीए 350 सीटों पर आगे है। 2014 की ही तरह नरेंद्र मोदी का जादू बरकरार है। देश की जनता ने फिर मोदी सरकार के बनने का रास्ता प्रशस्त कर दिया। ''चौकीदार चोर है'' जैसे नारों को लोगों ने नकार दिया। गौरतलब है कि इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल विमान के सौदे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर हमले किये थे। लोकसभा चुनाव के दौरान वे हर जनसभा में जनता से नारा लगवाते थे कि ''चौकीदार चोर है''। यही नहीं राहुल गांधी ने अपने हर वार में उद्योगपति अनिल अंबानी पर भी निशाना साधा था। हालांकि नरेंद्र मोदी ने इस का जवाब बेहद सधे अंदाज में दिया। उन्होंने सोशल मीडिया पर कैंपेन चलाया और खुद को चौकीदार की संज्ञा दी।



पीएम मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष के हमले के जवाब में कहा कि ''मैं देश का चौकीदार हूं''। यही नहीं पीएम समेत उनके सहयोगियों ने ट्विटर हैंडल पर अपने नाम के आगे चौकीदार लिखना शुरु किया। ये कहना गलत नहीं होगा कि राहुल के इस जुबानी हमले को उन्होंने अपना शस्त्र बना लिया। पीएम मोदी ने अपनी सभी चुनावी रैली में खुद को चौकीदार कहना शुरु कर दिया।



देश की सियासत में चौकीदार शब्द ने अपनी अलग ही जमीन तैयार कर ली। इन नतीजों के बाद ये कहा जाये कि कांग्रेस ने पीएम पर जिस तरीके से असंसदीय शब्दों का प्रयोग किया था, वही रणनीति उनके लिये कब्रगाह बन गई।


सियासत में बढ़ती सोशल मीडिया की भूमिका को पीएम मोदी स्वीकारते हैं। उनके सहयोगियों ने चौकीदार चोर है के जवाब में  ''चौकीदार प्योर है'' कैंपेन चलाया और फिर क्या था। देखते देखते ये नारा लोगों  की जुबान पर चढ़ गया।


राजनाथ सिंह ने कहा चौकीदार प्योर हैं....


भाजपा के वरिष्ठ नेता व केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने एक सवाल के जवाब में कहा ''चौकीदार प्योर है''। बस फिर क्या था लोकसभा चुनाव का पूरा प्रचार इस नारे के इर्दगिर्द सिमटकर रह गया। गुरुवार को आये नतीजों में भाजपा को एक बार फिर जबरदस्त जनादेश मिलने के संकेत मिले।



''चौकीदार चोर है'' के नारे पर राहुल ने सुप्रीम कोर्ट से माफी मांगी


राफेल के मुद्दे पर उस वक्त शर्मनाक स्थिति पैदा हो गई थी जब राहुल गांधी के ''चौकीदार चौर है'' के नारे पर देश की सबसे बड़ी अदालत में माफी मांगनी पड़ी। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से बिना शर्त माफी मांगी। पहले राहुल ने सिर्फ खेद जताया था। राहुल ने कहा कि गलती से 'चौकीदार चोर है' नारा कोर्ट के आदेश के साथ मिलाकर बोल दिया था। राहुल पर आरोप था कि उन्होंने राफेल से जुड़े मामले में कोर्ट की सुनवाई के बाद कहा 'अब तो कोर्ट ने भी मान लिया कि चौकीदार चोर है।'


राहुल ने तीन पेज का हलफनामा दाखिल करते हुए बिना किसी शर्त के माफी मांगी। हलफनामे में कोर्ट से गुहार लगाई कि उनके खिलाफ मीनाक्षी लेखी द्वारा दायर अवमानना की प्रक्रिया को बंद कर दिया जाए।