मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में पुलिस ने कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण पर अंकुश लगाने और लोगों को जगरूक करने का अनूठा तरीका अपनाया है. लाउडस्पीकर के जरिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है वहीं, हर आने-जाने वाले पर सीसीटीवी के जरिए नजर रखी जा रही है. जो भी मास्क के बिना पाया जा रहा उसके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. इसके लिए बाकायदा एक कंट्रोल रूम तैयार किया गया है जहां से माइक के जरिए लोगो को मास्क लगाने की हिदायत दी जाने के साथ-साथ लोगो पर कैमरे के जरिए नजर भी रखी जा रही है.


पुलिस कर रही है जागरूक
मेरठ में कोरोना के बढ़ते प्रकोप को कम करने के लिए पुलिस लोगों को लगातार जागरूक कर रही है. पुलिस लोगों को ये भी बता रही है कि मास्क नहीं लगाने पर किस तरह के परिणाम सामने आ सकते हैं. पुलिस ई-रिक्शा चालकों से भी यही कह रही है कि अगर कोई बिना मास्क के ई-रिक्शा पर बैठता है तो उसे न ले जाएं. यात्री से पहले मास्क लगाने की बात कहें.


पुलिस ने चला रखा है मास्क अभियान
दरअसल, मेरठ पुलिस ने पूरे जिले में मास्क का अभियान चला रखा है. इस अभियान के तहत पुलिस जगह-जगह लाउडस्पीकर के जरिए लोगों को बता रही है कि आप घर से निकलते समय मास्क जरूर लगाएं. अगर मास्क नहीं लगाएंगे तो आपके खिलाफ कार्रवाई करते हुए जुर्माना भी लगाया जा सकता है. पुलिस लोगों को बता रही है कि महामारी से बचें और लोगो को भी कोरोना संक्रमण से बचाएं.


बनाया गया कंट्रोल रूम
पुलिस ने इस पूरे अभियान के तहत एक कंट्रोल रूम भी बनाया है. कंट्रोल रूम में पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है. कंट्रोल रूम में करीब 100 के ज्यादा कैमरों के जरिए लोगों पर नजर रखी जा रही है. साथ ही लोगों को ये भी बताया जा रहा है कि घर से निकलते समय मास्क जरूर लगाएं.



कोरोना से हो सके बचाव
अभियान को लेकर मेरठ पुलिस का कहना है कि जिले में बढ़ते कोरोना संक्रमण पर अंकुश लगाने के लिए ये कदम उठाया जा रहा है. लोगों के जागरूक किया जा रहा है कि घर से बाहर निकलने से पहले मास्क लगाएं, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें ताकि कोरोना महामारी से बचा जा सके.


यह भी पढ़ें:



प्रयागराज: अखाड़ा परिषद ने किया कंगना रनौत का समर्थन, महंत नरेंद्र गिरी ने दिया सीएम बनने का आशीर्वाद


यूपी में कोविड-19 के मामलों की संख्या तीन लाख के पार, 6,846 नये मामले सामने आये