मथुरा के मंदिरों में भगवान का दर्शन करने जा रहे हैं, तो सचेत हो जाए. मथुरा प्रशासन ने लोगों से आगाह किया है कि जो व्यक्ति सही तरीके से मास्क नहीं पहनेगा या बिना मास्क का होगा, उसे मंदिर में एंट्री नहीं दी जाएगी. अधिकारियों के मुताबिक, बृजभूमि मंदिर में कोविड-19 से संबंधित सभी सरकारी गाइडलाइन का पालन करना अनिवार्य कर दिया गया है. जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने कहा है कि मथुरा, वृंदावन, गोवर्धन, बरसाना और अन्य जगहों पर बिना मास्क जाने की अनुमति नहीं होगी. इसके अलावा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कड़ाई से लागू किया जा रहा है. 


द्वारिकाधीश मंदिर में परिक्रमा प्रतिबंधित


प्रशासन ने कहा कि नियमों का पूरी तरह से पालन कराने के लिए औचक निरीक्षण शुरू कर दिया है. कोरोना की खतरनाक स्थिति को देखते हुए द्वारिकाधीश मंदिर में परिक्रमा पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. मंदिर के मीडिया प्रभारी राकेश तिवारी ने बताया कि मंदिर में प्रवेश को भी सीमित कर दिया गया है. कोरोना की गाइडलान का पालन अनिवार्य हो गया है. मथुरा में बड़ी संख्या में श्रद्धालू मंदिर में पूजा अर्चना करने के लिए रोजाना आते हैं. इसके अलावा वहां हजारों की संख्या में श्रद्दालू कई-कई महीनों के लिए आते हैं. कई विदेशी श्रद्धालू वहां महीनों प्रवास पर जाते हैं. मथुरा में कथावाचकों के पंडाल में लोगों का तांता लगा रहता है. यही कारण है कि मथुरा में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं. 


बांके बिहारी मंदिर में लोगों का प्रवेश सीमित 
बांके बिहारी मंदिर में भी लोगों के प्रवेश को सीमित किया गया है. मंदिर के मैनेजर मनीष शर्मा ने बताया कि मंदिर में एक दिन में कुछ ही लोगों को पूजा अर्चना के लिए प्रवेश की अनुमति होगी. प्रवेश की अनुमति उन्हीं को दी जाएगी, जिन्होंने तरीके से फेस मास्क पहना हुआ है. जिला मजिस्ट्रेड के मुताबिक मथुरा में 306 कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं. इन कंटेंनमेंट जोन को पूरी तरह सील कर दिया गया है. इन जोनों में मूवमेंट पूरी तरह प्रतिबंधित है. आवश्यक वस्तु और दवाई के लिए अलग से इंतजाम किए गए हैं. 


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